अंगदपुर में बाघ ने बनाया बछड़े को निवाला
महेशपुर वनरेंज के बॉर्डर पर मैलानी के ग्राम अंगदपुर में बाघ ने बेसहारा बछड़े को निवाला बनाया।
लखीमपुर : महेशपुर वनरेंज के बॉर्डर पर मैलानी के ग्राम अंगदपुर में बाघ ने बेसहारा बछड़े को निवाला बना लिया। आएदिन बाघ के हमले की घटनाओं से ग्रामीणों में रोष व दहशत व्याप्त है।
ग्राम अगंदपुर निवासी वारिश अली के गन्ने के खेत में बाघ ने बेसहारा बछडे़ को निवाला बना लिया। सुबह खेतों को गए ग्रामीणों ने बछड़े का अधखाया शव देखा तो उनके होश उड़ गए। 20 से अधिक बाघों व तेंदुओं की मौजूदगी वाली बेहद संवेदनशील रेंज में मानव एवं वन्यजीव संघर्ष की समस्या पहले से बनी हुई है। किसी भी समय, कहीं भी खेतों में बाघ निकलने को लेकर खेती किसानी के कार्य कठिन हो गए हैं। बाघों के हमलो में अब तक सात लोगों की मौतें हो चुकी हैं। 12 लोग घायल भी हो चुके हैं। उधर देवीपुर बीट के अयोध्यापुर में गांव से पश्चिम गंगाराम के पलेवा युक्त खेत में बाघ ने काफी देर उछल कूद मचाई। बाघ मित्र अनिल चौहान ने पगचिन्हों से बाघ की मौजूदगी की पुष्टि करते हुए ग्रामीणों को कृषि कार्य के लिए समूह में निकलने, खेतों में पटाखा दगाने, हाका लगाने के लिए अलर्ट किया है।