यूपी के बहराइच में भेड़िए के बाद लखीमपुर में बाघ का आतंक, घास काट रहे ग्रामीण को बनाया निवाला; इलाके में दहशत
UP News लखीमपुर खीरी में एक बाघ ने घास काट रहे ग्रामीण को मार डाला जिससे इलाके में दहशत फैल गई। यह घटना बहराइच में भेड़ियों के हमले के कुछ दिनों बाद हुई है। वन विभाग ने बाघ का पता लगाने के लिए ड्रोन कैमरा लगाया है। ग्रामीणों में आक्रोश है और उन्होंने अपने घरों के दरवाजे बंद कर लिए हैं।
संवाद सूत्र, मोहम्मदी (लखीमपुर)। घास काटने गए ग्रामीण को बाघ ने अपना निवाला बना डाला। जैसे ही मामले की सूचना ग्रामीणों को मिली तो वहां भगदड़ मच गई और लोगों में दहशत फैल गई। वन विभाग की टीम, स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लोगों के आक्रोश को संभाला।
ग्राम शाहपुर राजा निवासी 50 वर्षीय प्रभुदयाल विश्वकर्मा मंगलवार को सुबह करीब आठ बजे घर से साइकिल लेकर अपने जानवरों के लिए घास काटने पड़ोस के गांव नासिया घाट गया था। वह खेत किनारे खडी घास काट रहा था।
वहीं पीछे से आकर एक बाघ उसकी गर्दन को पकड़कर घसीटता हुआ लगभग 300 मीटर दूर एक किसान के गन्ने के खेत में खींच ले गया और वहां उसे अपना निवाला बना डाला। काफी देर तक घर ना पहुंचने पर मृतक की पत्नी व अन्य लोग मौके पर पहुंचे तो देखा वहां प्रभुदयाल की साइकिल खड़ी थी। जब वह घटनास्थल पर पहुंची तो उसे लोगों द्वारा मामले की जानकारी हुई।
इलाके में दहशत का माहौल
मामले की सूचना क्षेत्र में ग्रामीणों को होने पर लोगों में दहशत फैल गई और लोगों ने अपने घर के दरवाजे बंद कर लिए। विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह, रेंजर नरेश पाल सिंह व एसडीएम अवनीश कुमार, इंस्पेक्टर मोहम्मदी इंद्रजीत सिंह घटनास्थल पर पहुंच गए।
बताया जाता है कि प्रभुदयाल टूटी हुई एक झोपड़ी में रहता था। उसका कोई मकान नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि उसके पास 10 बीघा जमीन है। आस पड़ोस के ग्रामीणों ने बताया कि दो-तीन दिन पहले ग्राम बौंआ व शाहपुर राजा के आसपास भी बाघ को देखा गया था और उसके साथ दो छोटे-छोटे बच्चे भी थे।
जिन ग्रामीणों ने बाघ को देखा, उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर भी इसकी पोस्ट की डाली, लेकिन लोगों द्वारा अफवाह बताकर उसे नकार दिया गया। रेंजर नरेश पाल सिंह कहना है कि बाघ होने की संभावना है। ड्रोन कैमरा की मदद से उसकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि आखिर कौन सा जंगली जानवर है।
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