स्वीडन से आए सैलानियों को दुधवा में हुए टाइगर के दीदार
लखीमपुर : विदेशों तक में अपनी जैव विविधता और दुर्लभ वन्य जीवों के लिए विख्यात दुधवा टाइगर रि
लखीमपुर : विदेशों तक में अपनी जैव विविधता और दुर्लभ वन्य जीवों के लिए विख्यात दुधवा टाइगर रिजर्व में विदेशी सैलानियों का आगमन भी शुरू हो गया है। इसी कड़ी में शनिवार रात को दुधवा पहुंचे स्वीडन के सैलानियों ने रविवार सुबह की शिफ्ट में जंगल भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान उन्हें टाइगर के दीदार हो गए। यह दल सोमवार सुबह की शिफ्ट में गैंडा दर्शन के लिए सलूकापुर रेंज पहुंचेगा। कुल 14 विदेशी सैलानी दुधवा स्थित थारू हट में ही रुके हुए हैं।
15 नवंबर को दुधवा टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र शुरू हुआ। इस बार शुरूआती दौर में ही सैलानियों को रोमांचकारी सफर के साथ बाघ के दीदार भी होने प्रारंभ हो गए। जिससे दुधवा एकाएक चर्चा में आ गया। अब यहां स्वीडन से आया 14 सैलानियों का दल जंगल भ्रमण कर यहां की सुंदरता, जैव विविधता को करीब से देखने का अनुभव हासिल कर रहा है। यह दल शनिवार की रात ही यहां पहुंचा। जिसके लिए दुधवा में दस थारू हट बुक हो गए थे। इस तरह से रविवार को दुधवा सैलानियों से हाउसफुल हो गया। आने वाले दिनों में भी दुधवा बुक है। रविवार सुबह जीनान गाड़ियों से 14 सैलानियों को सलूकापुर रेंज ले जाया गया। जहां जंगल में उन्हें बाघ के दीदार हो गए। जिसके बाद उन्होंने गैंडा पुनर्वास परियोजना का भी भ्रमण किया। यह दल रात्रि विश्राम के बाद सोमवार को सुबह की शिफ्ट में पुन: गैंडा पुनर्वास परियोजना फेज वन में भ्रमण को जाएगा, जिसके बाद दुधवा में उनका सफर समाप्त हो जाएगा।
दुधवा बेस कैंप में भी इस दल में शामिल लोगों ने जमकर फोटोग्राफी की। विदेशियों को दुधवा में देख भारतीय सैलानियों में भी उत्साह रहा। सभी विदेशी सैलानियों के साथ सेल्फी लेने में जुटे नजर आए। स्वीडन के दल में इवा, सूजन, मिस इंग्रीड लुइस, नील्स गुस्टाफ हॉलबर्ग आदि शामिल हैं। उनके टूर गाइड लक्ष्मीकांत मुदगल ने बताया कि इन सैलानियों को दुधवा का परिवेश, यहां के घने जंगल और जैव विविधता काफी पसंद आई है। इससे पहले यह दल बांधवगढ़ नेशनल पार्क भी गया, जहां उन्हें बाघ व हाथी के दीदार हुए थे। विशेष तौर पर ये सैलानी भारत के तीन प्रमुख वन्य जीव एक सींघ वाला गैंडा, हाथी और रायल बंगाल टाइगर देखने आए है। हाथी और बाघ को उन्हें दिख गया अब गैंडा देखना बाकी है।