बदमाशों के धमकाने और गोली चलाने पर भी नहीं डरे किशोरी व उसके भाई
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लखीमपुर : शातिर बदमाशों को मौत के घाट उतारने वाले ग्राम टपरा निवासी किशोरी लाल व उनके तीनों भाईयों ने बताया कि अगर रात को जरा सी असावधानी हो जाती तो बदमाश उनमें किसी न किसी को मार देते। रात में किशोरी लाल की कोठरी में बदमाश से हो रही मारपीट से उसका भाई सूबेदार अनजान था, लेकिन आहट से उसे शक हो रहा था कि किशोरी लाल के घर कुछ तो अनहोनी हो रही है। किशोरी के चिल्लाने पर पास में ही रह रहे उसके भाई सूबेदार, तीरथराम व मालिकराम वहां पहुंच गए और बदमाशों को ललकारा।
इस बीच बदमाश आंगन में पहुंच गए और तमंचे लहराकर धमकी देने लगे कि रास्ते से हट जाओ, लेकिन चारों भाई बदमाशों का रास्ता रोके खड़े रहे। घर के बाहर निकलने वाले रास्ते पर सबसे छोटे भाई मालिकराम बांस का टटरा लगा ही रहे थे, तभी बदमाश रहीस ने उस पर फायर झोंक दिया। फायर की आवाज सुनकर चारों भाईयों में एक बार अफरा-तफरी मच गई। जिसका फायदा आंगन में जद्दोजहद कर रहे बदमाशों को मिल गया और तीन बदमाश टटिया तोड़कर निकल गए। इस बीच जब बाकी तीनों भाईयों ने देखा कि मालिकराम को गोली नहीं लगी है तो फिर मोर्चा संभाला और अंतत: रहीस व साबिर को कब्जे में ले लिया। पत्नी से सोमवार शाम घर आने को बोला था रहीस ने गांव भदईपुरवा मजरा मिर्जापुर के रहने वाले रहीस को जरायम की दुनिया में आने के नतीजे में अपनी जान गंवानी पड़ी। रहीस की पत्नी रहीसा का कहना कि छह महीने से वह उससे नहीं मिला था। रहीस ने बहराइच में दूसरी शादी कर ली थी। फोन पर बातचीत होती रहती थी। रहीसा का कहना है कि कई बार अपराध करने के लिए उसे मना करती थी। इसी बात को लेकर रहीस उससे लड़ाई करता था। रहीसा का बड़ा लड़का मुबंई में काम करता है। वही उसका खर्चा उठाता है। रविवार सुबह रहीस ने फोन पर बोला था कि वह सोमवार शाम को घर आएगा, लेकिन सोमवार को सुबह उसके मारे जाने की सूचना मिली।