बखेड़ा कर रहे कार्यकर्ता को पुलिस ने पकड़ा, भाजपाइयों ने छुड़वाया
दर्जनों लोग अचानक कोतवाली में आ धमके और वहां लॉकअप में बंद एक युवक को छुड़ाने की जिद पर अड़ गए। मोहम्मदी कोतवाली में दर्जनों लोगों ने किया हंगामा।
लखीमपुर: मोहम्मदी कोतवाली में शुक्रवार की देरशाम अचानक अफरा-तफरी मच गई। दर्जनों लोग कोतवाली में आ धमके और वहां लॉकअप में बंद एक युवक को छोड़ने की जिद पर अड़ गए। ये सब कोई और नहीं इलाकाई भाजपाई कार्यकर्ता थे, जो थाने में बंद अपने एक साथी को छोड़ने के लिए हंगामा करने लगे। सभी पुलिस से हिरासत में लिए गए युवक को छोड़ने को लेकर हंगामा करने लगे। बताया जाता है कि कोतवाली में विधायक पुत्र व नगर अध्यक्ष भी पहुंचे। करीब आधा घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने एक भाजपा पदाधिकारी के कहने पर हिरासत में लिए गए युवक को छोड़ा तब कहीं जाकर भीड़ कोतवाली से बाहर हो सकी।
इंस्पेक्टर मोहम्मदी ने बताया कि भाजपा नगर अध्यक्ष द्वारा दूरभाष पर अनुरोध किया गया कि इस बार हिरासत में लिए गए युवक को माफ कर दें। ये पुन: गलती नहीं करेगा। इस पर पुलिस ने आरोपित युवक को चेतावनी दी और उसे नगर अध्यक्ष सौरभ गुप्ता की सुपुर्दगी में देकर छोड़ दिया गया। इस संबंध में इंस्पेक्टर बृजेश कुमार त्रिपाठी का ये भी कहना है कि ट्विटर पर छेड़छाड़ व राजनैतिक विद्वेष की भावना से बढ़ा चढ़ाकर एक ट्वीट किया गया है, जो पूरी तरह से असत्य व निराधार है। इस कारण ही ये विवाद हुआ। विधायक जी की सुनिए
विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि ट्विटर पर जो कुछ लिखा गया है। वह पूरी तरह से फर्जी है, जो सिर्फ माहौल खराब करने के लिए किया गया है। वह कस्बे के ही एक कार्यक्रम में थे। वह कोतवाली नहीं गए। किसी कार्यकर्ता ने कोई हंगामा या बखेड़ा नहीं किया। वायरल वीडियो रहा चर्चा में
मोहम्मदी में शुक्रवार रात भाजपा कार्यकर्ता को कोतवाली पुलिस द्वारा पकड़ ले जाने के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जो काफी चर्चा में रहा। वायरल वीडियो में काफी हंगामा होते दिखाया गया है। साथ ही भाजपा कार्यकर्ता को अन्य कार्यकर्ताओं द्वारा लॉकअप से छुड़ाए जाने का भी दावा वायरल वीडियो के जरिए किया गया है। हालांकि कोतवाली मोहम्मदी पुलिस और भाजपा नेताओं ने इस वीडियो को झूठा बताते हुए आरोपों को सिरे से नकार दिया है।