फरधान पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम, खिलाई दवा
बेल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया।वहां जांच में स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाया गया।इसके कुछ ही समय बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। फरधान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बगल में मृतक का मकान होने के बावजूद घटना के दो दिन बाद तक अस्पताल से कोई चिकित्सक जांच करने नहीं गया। एमवाई से डॉक्टर एके चौरसिया ने बताया कि उनको किसी ने जानकारी नहीं दी गई थी। ललित वर्मा फरधान में ही कंप्यूटर की एक दुकान करता था। ----------------------------------- क्या कहते हैं जिम्मेदार मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि स्वाइन फ्लू की अधिकारिक जांच संजय गांधी पीजीआई या किग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में ही की जाती है। यह निजी संस्थान की जांच है इसलिए आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नही है। लेकिन जहां तक सवाल है डॉ.एके चौधरी तथा एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ.पूनम की दो सदस्यीय टीम फरधान भेजी गई है। परिवारीजनों को दवा भी खिला दी गई है।
लखीमपुर/फरधान : शनिवार को फरधान में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची। अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एके चौधरी तथा एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ. पूनम सिंह की दो सदस्ययीय टीम ने ललित वर्मा के घर जाकर परिवारी जनों को दवा भी खिलाई। मालूम हो कि दो दिन पहले फरधान निवासी 20 वर्षीय ललित वर्मा की मौत स्वाइन फ्लू से लखनऊ में हो गई थी। शनिवार को सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के निर्देश पर दो सदस्यीय टीम ने फरधान जाकर मृतक के परिवारी जनों को दवा खिलाई तथा गांव में निरोधात्मक कार्यवाही भी की। युवक ललित वर्मा को साधारण बुखार के बाद स्थिति नाजुक देखकर परिवारीजन लखनऊ ले गए थे, जहां नोबेल हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। वहां जांच में स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाया गया। इसके कुछ ही समय बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। फरधान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बगल में मृतक का मकान होने के बावजूद घटना के दो दिन बाद तक अस्पताल से कोई चिकित्सक जांच करने नहीं गया। एमवाई से डॉक्टर एके चौरसिया ने बताया कि उनको किसी ने जानकारी नहीं दी गई थी।
ललित वर्मा फरधान में ही कंप्यूटर की एक दुकान करता था।
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क्या कहते हैं जिम्मेदार
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि स्वाइन फ्लू की अधिकारिक जांच संजय गांधी पीजीआई या किग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में ही की जाती है। यह निजी संस्थान की जांच है इसलिए आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नही है। लेकिन जहां तक सवाल है डॉ.एके चौधरी तथा एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉ.पूनम की दो सदस्यीय टीम फरधान भेजी गई है। परिवारीजनों को दवा भी खिला दी गई है।