नेताजी वास्तविक रूप में आजादी के महानायक
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को सुभाष सेवा समिति ने पराक्रम दिवस के रूप में मनाया।
लखीमपुर: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को सुभाष सेवा समिति ने पराक्रम दिवस के रूप में मनाया। इससे पहले नगर के मुख्य मार्गों से प्रभातफेरी निकाली गई। दोपहर में भंडारे का आयोजन किया गया। मुख्य कार्यक्रम स्थानीय सुभाष पार्क में नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व विचार गोष्ठी करके किया गया। माल्यार्पण करने वालों में प्रमुख रूप से पूर्व जिलाध्यक्ष शरद वाजपेई समिति के अध्यक्ष हरनाम सुंदर त्रिपाठी, महामंत्री कुमुदेश शंकर शुक्ल, मुख्य संचालक ओम प्रकाश शर्मा, संचालक रमेश चंद्र मिश्रा आदि थे। विचार संगोष्ठी में पूर्व जिलाध्यक्ष शरद वाजपेई ने कहा आजादी की लड़ाई में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के योगदान को कम नहीं आंका जा सकता लेकिन देश की कांग्रेस सरकार ने उनके योगदान को भुला दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने नेताजी के जन्मदिवस को पराक्रम दिवस के रूप में घोषित करके नेताजी के विचारों को जनजन तक पहुंचाया है। समिति के अध्यक्ष हरनाम सुंदर त्रिपाठी ने कहा कि नेताजी वास्तविक रूप में आजादी के महानायक थे,उनके बिना आजादी की कल्पना भी नहीं की जा सकती। जिला प्रवक्ता रमेश चंद्र मिश्र ने कहा तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा देकर स्वाधीनता आंदोलन को गति प्रदान की। अर्बन बैंक के उपाध्यक्ष अरविद गुप्ता ने नेताजी के व्यक्तित्व कृतित्व को युवाओं के लिए प्रेरणा बताया। विद्यासागर शर्मा ने नेताजी के रोचक पहलुओं को बताते हुए कहा कि नेताजी के बिना आजादी की कल्पना अधूरी है। गोष्ठी का संचालन अमरनाथ मिश्र ने किया।इसके अलावा अखिल भारतीय सुभाष वादी जनता के बैनर तले विलोबी पुस्तकालय में पराक्रम दिवस के अवसर पर संयोजक विद्यासागर त्रिपाठी के दिशा निर्देशन में नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। पुस्तकालय में नेताजी के जीवन पर विचार गोष्ठी की गई।
पं.दीनदयाल उपाध्याय सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज यूपी बोर्ड में भी नेता जी की 125 वीं जयंती को पर आक्रमण दिवस के रूप में मनाया गया प्रधानाचार्य प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने आचार्यों के साथ नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण करने के साथ उनके जीवन और कार्यों पर रोशनी डाली इस मौके पर छात्र संसद के पदाधिकारियों को शपथ दिला कर उन्हें नेताजी के आदर्शों पर चलने की प्रेरणा दी।