हमारा संविधान सबसे बड़ा, इसका सम्मान करें
लागू किया गया। इसके बाद संविधान की जानकारी देते हुए कक्षा आठ की ही छात्रा साहिबा सिद्दी़की ने संविधान सभा के गठित होने से लेकर डॉ. राजेंद्र प्रसाद और डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान का उल्लेख भी किया। ब्रिटिश शासन के द्वारा लागू कानूनों का भी •ाक्रि साहिबा ने किया। इसी कक्षा की छात्रा आकृति ने भी संविधान की अनुसूचियों का विस्तार से अपने भाषण में उल्लेख किया। संविधान को जानो नामक प्रतियोगिता में आयुष वर्मा,खुशाली रस्तोगी ने भी भागीदारी की। प्रतियोगिता के अंत में विद्यालय के आचार्य विपिन मिश्रा, नवल किशोर ने भी संविधान पर रोशनी डालते हुए बताया कि हमारे देश का संविधान कितना विशालतम है और हमें उसका सम्मान करना चाहिए। इस मौके पर मोहित प्रजापति,शिवानंद समेत अनेक आचार्य मौजूद रहे।
लखीमपुर: जोड़ी बंगला नौरंगाबाद स्थित ज्ञानदायिनी सरस्वती विद्या मंदिर में संविधान को जानो विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कक्षा छह, सात व आठ के बच्चों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रबंधक व प्रधानाचार्य आचार्य संजय मिश्र ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप जलाकर की इसके बाद जूही भाषण प्रतियोगिता में कक्षा आठ के छात्र आदित्यनाथ ने संविधान सभा के गठित होने से लेकर और लागू होने के बारे में बताया कि यह विश्व का सबसे बड़ा और लिखित संविधान भारत का संविधान है। जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। इसके बाद संविधान की जानकारी देते हुए कक्षा आठ की ही छात्रा साहिबा सिद्दी़की ने संविधान सभा के गठित होने से लेकर डॉ. राजेंद्र प्रसाद और डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान का उल्लेख भी किया। संविधान को जानो नामक प्रतियोगिता में आयुष वर्मा,खुशाली रस्तोगी ने भी भागीदारी की। प्रतियोगिता के अंत में विद्यालय के आचार्य विपिन मिश्रा, नवल किशोर ने भी संविधान पर रोशनी डालते हुए बताया कि हमारे देश का संविधान कितना विशालतम है और हमें उसका सम्मान करना चाहिए। इस मौके पर मोहित प्रजापति,शिवानंद समेत अनेक आचार्य मौजूद रहे।