नवनिर्मित गोवंश आश्रय स्थलों के संचालन को लेकर नोटिस जारी
जागरण में खबर छपने के बाद हरकत में आए बीडीओ। संबंधित सेक्रेटरी को जारी किए नोटिस। बेसहारा पशुओं को प्राथमिकता के आधार पर स्थलों में पहुंचाया जाएगा।
लखीमपुर : बेसहारा गोवंश की समस्याओं के संबंध में 'आश्रय में ठिकाना न मिलने से भटक रहे गोवंश' शीर्षक से बीती 24 जून को 'दैनिक जागरण' में खबर प्रकाशित होने के बाद एसडीएम स्वाति शुक्ला ने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बंद पड़े सभी अस्थाई गोवंश आश्रय स्थलों को जल्द संचालित करने के निर्देश दिए हैं। इसके बीडीओ पसगवां अमित कुमार सिंह ने संबंधित ग्राम विकास अधिकारियों को इस संबंध नोटिस जारी किए।
पिपरौला कुंवरपुर सहित अन्य ग्राम पंचायतों में महीनों पहले गोवंश आश्रय स्थलों कस निर्माण कार्य तो पूरा कर लिया गया लेकिन, संचालन शुरू नहीं हुआ। जो बेसहारा पशुओं के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। फिलहाल जिम्मेदारों द्वारा बजट का अभाव बताकर जिम्मेदारी से बचा जा रहा है। पसगवां ब्लॉक में बने आठ गोवंश आश्रय स्थलों में से अब तक तीन का ही संचालन संभव हो पा रहा है। ग्राम गोविदापुर का गोवंश आश्रय निर्माण कार्य पूरा होने के बाद टूटने भी लगा है। ब्लॉक में कसरावल, इब्राहीमपुर, ढखौरा के आश्रय स्थल ही संचालित हैं, जबकि पिपरौलाकुंवरपुर (गोविदापुर), मकसूदपुर (रेजपुर), बालदेवता, कंजा, चौबियापुर व पसगवां में संचालन शुरू नहीं हो सका। खेतों में गोवंश के झुंड पहुंचने के बाद किसानों की फसल को खासा नुकसान भी पहुंचता है। खेतों के अलावा नेशनल हाईवे, गांवों की सड़कों, गलियों में भी गोवंश के झुंड नजर आते हैं। जिम्मेदार की सुनिए गोवंश आश्रय स्थल के निर्माण व संचालन में लापरवाही करने वालों की जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी। बेसहारा पशुओं को प्राथमिकता के आधार पर स्थलों में पहुंचाया जाएगा।
स्वाति शुक्ला, एसडीएम