भारत से स्वदेश लौट रहे नेपाली कामगारों की बॉर्डर पर लगने लगी भीड़
भारत में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच महानगरों में काम
लखीमपुर : भारत में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच महानगरों में काम करने वाले नेपाली कामगारों की स्वदेश वापसी में तेजी आ गई है। प्रतिदिन सैकड़ों कामगार वापस आ रहे है और बॉर्डर पर उनकी भीड़ लगने लगी है। खास बात यह कि स्वदेश लौट रहे नेपाली कामगारों में करीब 10 फीसद कोरोना से संक्रमित हैं। जो नेपाल सरकार के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं।
भारत से वापस आने वाले नेपाली कामगारों की संख्या अब तक 25 हजार से अधिक हो चुकी है। यह सभी लोग भारत के विभिन्न महानगरों में काम कर रहे थे, जो कोरोना संक्रमण के कारण स्वदेश लौटे हैं। नेपाल सरकार ने जो आंकड़े जारी किए हैं, उनमे एक महीने के अंतराल में गौरीफंटा बॉर्डर से लगभग 25 हजार नेपाली कामगार स्वदेश लौटे हैं। नेपाल के त्रिनगर व कंचनपुर बॉर्डर पर कैलाली उपमहानगर पालिका के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग की टीम इन लोगों का एंटीजेन जांच कर रही है और इसमें लगभग 10 प्रतिशत लोग कोरोना पॉजिटिव निकल रहे हैं। इसके चलते जिला प्रशासन की नींद हराम हो गई है। इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित लोगों को अस्पताल में भर्ती कराने व उनका इलाज कराने की व्यवस्था अभी तक सरकार बना नहीं पाई है। भारत से वापस आ रहे नेपाली कामगारों के परिवारजन बस अड्डे पर उतरने के बाद गौरीफंटा बॉर्डर होते हुए नेपाल आते हैं। इस दौरान वे लोग दुधवा के जंगल से होकर नोमेंस लैंड पार करते हैं और यहीं पर मल मूत्र का भी त्याग करते हैं। इससे वन्यजीवों को खतरा पैदा हो सकता है। इनके नेपाल सीमा में प्रवेश के बाद उन्हें गंतव्य तक ले जाने के लिए नेपाली वाहनों का बॉर्डर जमावड़ा लगा रहता है। इससे भी कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका बनी रहती है।