प्रसव के एक घंटे बाद प्रसूता की मौत
कस्बा बाईपास पर निजी अस्पताल में कथित चिकित्सक के प्रसव कराने के एक घंटा बाद ही मौत हो गई।
लखीमपुर : कस्बा बाईपास पर निजी अस्पताल में कथित चिकित्सक के प्रसव कराने के एक घंटा बाद ही प्रसूता की मौत हो गई। हंगामा बढ़ता देख संचालक व कथित चिकित्सक अस्पताल से भाग गए। पुलिस ने मौके की जांच की और कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया।
अबूजर निवासी ग्राम खैरी मजरा गनेशपुर की शादी यमन (23) के साथ तीन साल पहले हुई थी। पत्नी यमन को शुक्रवार की रात प्रसव पीड़ा होने पर प्राइवेट वाहन से लेकर पीएचसी ईसानगर पहुंचे थे। जहां हालत गंभीर होने से यमन को लखीमपुर रेफर होने पर घरवाले गर्भवती यमन को ईसानगर बाईपास एक निजी अस्पताल पर लेकर पहुंचे थे। अस्पताल संचालक ने 10 हजार का ठेका लेकर सुरक्षित प्रसव कराने की बात कह परिवार के लोगों को विश्वास में ले लिया। शनिवार दोपहर अस्पताल कर्मियों ने महिला की सामान्य डिलीवरी कर बच्चे को निकाल लिया लेकिन, कथित चिकित्सक रक्तस्त्राव नहीं बंद कर पाए। एक घंटे बाद यमन की मौत हो गई। इस बात की भनक लगते ही संचालक अस्पताल व कथित डाक्टर अस्पताल से फरार हो गया। ग्रामीणों का हंगामा बढ़ता देख मौके पर पहुंचे निरीक्षक अपराध राजूराव ने अस्पताल का निरीक्षण कर लोगों को शांत कराया। प्रभारी निरीक्षक राजकरन शर्मा ने बताया कि तहरीर मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई के बावजूद चल रहा था अवैध अस्पताल
पीएचसी से एक किलोमीटर की दूरी पर चल रहे इस अवैध अस्पताल की पहली घटना नहीं है। बताया जाता है कि कुछ महीने पहले भी इस अस्पताल में एक महिला की और जान जा चुकी है। बाईपास पर अंडरग्राउंड में किराए के मकान में थानाक्षेत्र का ही एक व्यक्ति अस्पताल का संचालन करता है। सीएचसी अधीक्षक डाक्टर जितेंद्र बहादुर के अनुसार शिकायत मिलने पर मेडिकल टीम ने छापेमारी कर इस अस्पताल को बंद कराने की कार्रवाई की थी। इसके बावजूद इस अस्पताल में अवैध रूप से मरीजों का इलाज व प्रसव जारी रहा। वहीं लोगों का कहना है कि मोटी कमाई के चलते दलालों के दबाव में अवैध अस्पताल चलते हैं। जिससे लोगों की जान खतरे में पड़ जाती है।
रमियाबेहड़ के निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत शुक्रवार रात धौरहरा कोतवाली के सोहरिया गांव निवासी एक महिला की निजी अस्पताल में प्रसव के बाद मौत हो गई। महिला की मौत से पहले जन्मी बच्ची की भी मौत हो गई। महिला को लबेदपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आरोप है कि अस्पताल में घोर लापरवाही के चलते जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सोहरिया गांव निवासी तारुन की पत्नी शाहीन को लबेदपुर के एक क्लीनिक में शुक्रवार रात भर्ती करवाया गया था। आरोप है कि प्रसव के दौरान लापरवाही की वजह से पहले नवजात बच्ची की मौत हो गई और उसके बाद प्रसूता की भी मौत हो गई। लापरवाही बरतने को लेकर महिला के घरवालों में और अस्पताल के स्टाफ में नोकझोंक भी हुई। कुछ लोगों की मध्यस्तता के चलते किसी तरह दोनों पक्षों में समझौता हो गया। मृतका का मायका सदर कोतवाली के बड़ागांव में है। मायकेवाले सोहरिया गांव पहुंचे और ससुरालवालों पर महिला को मार देने का आरोप लगाते हुए पुलिस को सूचना दे दी।