स्वच्छता का पाठ पढ़ आए प्रवासी, अब कर रहे जागरूक
लखीमपुर अधिक कमाई की उम्मीद में बाहर कमाने गए मजदूरों के हाथ भले ही नकदी से वापसी के समय खाली रहे हों पर शहरी क्षेत्रों में रहकर साफ-सफाई का जो ज्ञान लेकर वापस आए हैं।
लखीमपुर: अधिक कमाई की उम्मीद में बाहर कमाने गए मजदूरों के हाथ भले ही नकदी से वापसी के समय खाली रहे हों पर शहरी क्षेत्रों में रहकर साफ-सफाई का जो ज्ञान लेकर वापस आए हैं। वो गांवों के लोगों में बांटकर जागरूकता फैलाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। प्रवासी श्रमिक अब प्रयोग न होने से क्षतिग्रस्त हो चुके शौचालयों की मरम्मत करा खुद प्रयोग कर पड़ोसियों को भी इसके उपयोग की सलाह दे रहे हैं। साथ ही खुले में शौच को जा रहे गांव वालों को भी बाहर न जाने की नसीहत देने लगे हैं। कोरोना वायरस के भय से गांव में हुई वापसी ने शौचालय की ओर दिलचस्पी बढ़ा दी है। जिससे बंद पड़े शौचालयों की साफ-सफाई व नए शौचालयों के निर्माण का कार्य काफी तेजी से बढ़ा है।
प्रवासी खुद जुट गए शौचालय बनवाने में
शौचालय निर्माण के लिए सामग्री लेने पहुंचे लालपुर के श्रवण कुमार ने बताया कि पहले उन्हें घर में शौचालय कमी कभी महसूस नहीं हुई पर वापसी के बाद अब खुले में शौच जाते अच्छा नहीं लगता इसलिए वह खुद बनवा रहे हैं तथा अन्य लोगों को भी बनवाने की राय दे रहे हैं। कश्मीर से लौटे पीर मोहम्मद बुद्धिपुरवा निवासी बताते हैं कि वह भी अपना शौचालय बनवा रहे पहले वह नहीं बनवाने के इरादे में थे। अब इसकी जरूरत लग रही है।
शौचालय के अनुदान के आवेदनों की बड़ी संख्या
एडीओ पंचायत रामलाल राना बताते हैं कि एक माह के दौरान बड़ी संख्या में नए आवेदनों की मांग पत्र आए हैं पर सूची के आधार पर शौचालय की किस्त जारी की जा रही है। जल्द ही आवेदनों पर विचार कर उन्हें अनुदान दिया जाएगा। काफी संख्या में लोग शौचालय बनवाने भी लगे हैं।