कोरोना से बचाव को अनुशासन और नियमों की दीवार
दूसरे गांव अथवा शहर से किसी को बुलाएगा। गांव में महामारी न फैले इसके लिए सरकार व डब्ल्यूएचओ के बताए गए तरीकों के साथ नियमों का पालन करें। गांव को कोरोना से बचाने के लिए किया गया प्रयास रंग लाया रहा है।
लखीमपुर: मैं कोरोना हूं, अगर तुम लोग लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं करोगे तो मैं तुम्हारे गांव में आ जाऊंगा। बेवजह व गैरजरूरी काम के लिए घरों से न निकलें। स्वच्छता व स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें। ऐसे तमाम बातें लिखे गांव के बाहर लगे होर्डिंग चर्चा बने हुए हैं।
पसगवां ब्लॉक मुख्यालय को नेशनल हाइवे से वाया मोहिद्दीनपुर जोड़ने वाले मार्ग से गांव सोनौरा को जाने वाली लिक रोड के इंट्री प्वाइंट पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह खंड कार्यवाहक पसगवां डॉ. दीपेंद्र ने ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर आगे आते हुए एहतियातन बैरियर लगवा दिया। बैरियर लगवाने के बाद भी जब बेवजह आवाजाही पर रोक न लगी तब उन्होंने कोरोना के काल्पनिक चित्र वाले दो होर्डिंग लगवाने के साथ ही ग्रामीणों की सहमति से निर्धारित शिफ्ट के बैरियर के पास ड्यूटी सी लगा दी गई। जो गांव में आने जाने वालों की निगरानी करने के साथ ही कोरोना महामारी की जानकारी देने के अलावा उसके बचाव के तरीके भी बता रहे। इन होर्डिंग में स्पष्ट लिख दिया गया है कि गांव में बाहरी लोगों व रिश्तेदारों का प्रवेश पूर्णरूप से प्रतिबंधित है। आपाताकालीन स्थित को छोड़कर गांव का कोई भी अपने किसी भी रिश्तेदार के यहां नही जाएगा, न ही किसी दूसरे गांव अथवा शहर से किसी को बुलाएगा। गांव में महामारी न फैले इसके लिए सरकार व डब्ल्यूएचओ के बताए गए तरीकों के साथ नियमों का पालन करें। गांव को कोरोना से बचाने के लिए किया गया प्रयास रंग लाया रहा है।