धर्मस्थल खुले, मूर्तियों-ग्रंथों को स्पर्श करने की अनुमति नहीं
डीएम-एसपी ने की धर्मगुरुओं के साथ बैठक की साथ ही यह तय किया गया कि श्रद्धालु प्रसाद वितरण और सभाएं नहीं कर सकेंगे। वहीं साफ-सफाई व शारीरिक दूरी के साथ गुरुद्वारे में लंगर की व्यवस्था रहेगी।
लखीमपुर : सोमवार से सभी धर्मस्थल खोले जा रहे हैं, लोग मंदिरों में जाकर पूजा-पाठ कर सकेंगे लेकिन, प्रशासन ने श्रद्धालुओं पर कई प्रतिबंध लगाया है। वे मंदिर के अंदर मूर्तियों-ग्रंथों को स्पर्श नहीं कर सकेंगे। धर्मस्थल में एक साथ पांच व्यक्तियों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई है।
रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम शैलेंद्र सिंह व एसपी पूनम ने धर्मगुरुओं के साथ बैठक की। जिसमें धर्मस्थलों को खोले जाने पर विस्तृत चर्चा की गई और धर्मस्थलों को खोलने के लिए जारी गाइडलाइन का पालन कराने के निर्देश दिए। डीएम ने कहा सहयोग एवं सूझबूझ का ही नतीजा है, समुदाय में कोविड संक्रमण का प्रसार नहीं हुआ। सोमवार से जिले में कंटेनमेंट जोन को छोड़कर शेष स्थानों में पूजा स्थल खोले जा सकते हैं। डीएम ने कहा कि धर्मस्थलों पर प्रसाद का वितरण और जल का छिड़काव नहीं किया जाएगा। एसपी ने यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रत्येक धर्म-स्थल के अंदर एक बार में पांच से अधिक श्रद्धालु न हों। प्रवेश-द्वार पर हाथों को कीटाणु रहित करने के लिए एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का प्रयोग किया जाए। थर्मामीटर की भी व्यवस्था हो। प्रवेश करने वाले व्यक्तियों को फेस-कवर, मास्क का प्रयोग करना अनिवार्य होगा। जहां तक संभव हो, व्यक्तियों को विभिन्न समूहों में विभाजित कर परिसर में प्रवेश करने की व्यवस्था की जाए, जिससे कि अनावश्यक भीड़-भाड़ न हो। परिसर के बाहर स्थित किसी भी प्रकार की दुकान, स्टॉल, कैफेटेरिया आदि पर शारीरिक दूरी के मानकों का पालन करना होगा। लाइनों में सभी व्यक्ति एक-दूसरे से छह फिट की शारीरिक दूरी पर रहेंगे। सभाएं, मंडली निषेद्ध रहेंगे। रिकार्ड किए हुए भक्ति संगीत गाए बजाए जा सकते हैं लेकिन, समूह में इकठ्ठे होकर गायन की अनुमति नहीं होगी। बैठक में सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल, एएसपी शैलेंद्र लाल, एसीएमओ डॉ. आरपी दीक्षित, एसडीएम सदर डॉ. अरुण कुमार सिंह, एसडीएम डॉ. अमरेश, सीओ सिटी विजय आनंद, शहर कोतवाल अजय प्रकाश मिश्रा सहित धर्मगुरु मौजूद रहे।