दुधवा में पर्यटकों को आज से मिलेगी थारू थाली
दुधवा घूमने आने वाले पर्यटकों को थारू संस्कृति से अवगत कराने व उनके व्यंजनों से परिचित कराने का काम शुरू होगा।
लखीमपुर : दुधवा घूमने आने वाले पर्यटकों को थारू संस्कृति से अवगत कराने व उनके व्यंजनों से परिचित कराने का काम शनिवार से शुरू होगा। दुधवा पर्यटन परिसर में शनिवार से सैलानियों को थारू थाली उपलब्ध कराई जाएगी।
डीडी मनोज सोनकर ने बताया कि दुधवा घूमने आने वाले पर्यटकों को थारूओं का विशिष्ट भोजन परोसने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत शनिवार से पर्यटकों को थारू थाली का भोजन मिलेगा। भोजन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी बलेरा महिला ईको समिति को दी गई है। ईको समिति की प्रमुख राजकुमारी को बनाया गया है और उनकी देखरेख में सैलानियों को थारू व्यंजन परोसे जाएंगे। डीडी ने बताया कि एक थाली में कम से कम पांच तरह के भोज्य पदार्थ होंगे। इसकी कीमत लगभग 200 से 250 रुपये प्रति थाली होगी। उन्होंने बताया कि थारू थाली में परोसे जाने वाले भोजन को वह स्वयं तथा फील्ड डायरेक्टर पहले से चख चुके हैं और उसी आधार पर उसे पर्यटकों को परोसे जाने की स्वीकृति दी गई है। कोशिश यह है कि पर्यटकों को अच्छा व स्वादिष्ट भोजन मिले और साथ ही आदिवासियों को रोजगार मिले, जिससे उनका जीवन स्तर ऊंचा उठ सके।
उन्होंने बताया कि शनिवार को दुधवा पर्यटन परिसर में हड्डी रोग से संबंधित स्वास्थ्य शिविर भी लगाया जाएगा। इसमें अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के अलावा दो हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर भी होंगे। लोग शिविर में पहुंचकर इसका फायदा उठा सकते हैं। भीरा-कुकरा मार्ग पर कार के सामने से गुजरा बाघ, घबराए लोग भीरा-कुकरा मार्ग पर शुक्रवार को एक कार के सामने से बाघ गुजर गया। इससे कार में बैठे सभी लोग डर गए। शाम को छह बजे कुकरा से पलिया को जा रहे चमन खान जैसे ही भीरा-कुकरा मार्ग, जो जंगल से होकर मेन रोड पर गया है, उस पर पहुंचे थे। वन विभाग के बैरियर से थोड़ा पहले जैसे ही उनकी कार पहुंची तो सामने से एक बाघ, जो पूरब से पश्चिम की ओर जा रहा था, वह गुजरा। इससे कुकरा निवासी चमन खान व उनके साथ कार में बैठे सभी लोग घबरा गए। कार के सामने से गुजरे बाघ को इतने करीब से इन लोगों ने पहली बार देखा, जिससे वे भयभीत हो गए।