बाघ ने पांच बकरियों बनाया निवाला, दो जख्मी
बना लिया, जबकि हमले में दो बकरियां बुरी तरह जख्मी हो गईं। घटना जंगल के एक छोर पर बह रही नदी के किनारे की बताई जा रही है। साहबगंज निवासी विनोद, गुज्जू, बरखा, रामेश्वर व अनुआ आदि लोगों की बकरियां गांव की इमलो व मुनिया चराने गए थे। यह लोग लगभग 50 बकरियां दिन में 12 बजे जंगल के अंदर ले गए। जंगल में नदी किनारे बकरियां चरा रहे थे कि शाम करीब चार बजे जब घर के लिए वापस आने लगे तो घात लगाए बैठे बाघ ने बकरियों पर हमला कर दिया। बाघ ने इनमें पांच बकरियों को निवाला बना लिया, जबकि दो जख्मी हो गईं। बाघ के हमले के कारण भगदड़ मच गई। जंगल में बकरियों के मारे जाने की सूचना ग्रामीणों की ओर वन विभाग को नहीं दी गई। चूंकि जंगल के अंदर का मामला था, इसलिए ग्रामीण डरे हुए थे। रेंजर मोबीन आरिफ इस घटना की जानकारी से इंकार कर रहे हैं लेकिन, जंगल के किनारे मॉनीट¨रग तेज कर दी गई है।
रेहरिया: महेशपुर रेंज में बाघ की दहशत लगातार बढ़ती जा रही है। शनिवार की शाम बाघ ने घास चर रही पांच बकरियों को अपना निवाला बना लिया, जबकि हमले में दो बकरियां बुरी तरह जख्मी हो गईं। घटना जंगल के एक छोर पर बह रही नदी के किनारे की बताई जा रही है। साहबगंज निवासी विनोद, गुज्जू, बरखा, रामेश्वर व अनुआ आदि लोगों की बकरियां गांव की इमलो व मुनिया चराने गए थे। यह लोग लगभग 50 बकरियां दिन में 12 बजे जंगल के अंदर ले गए। जंगल में नदी किनारे बकरियां चरा रहे थे कि शाम करीब चार बजे जब घर के लिए वापस आने लगे तो घात लगाए बैठे बाघ ने बकरियों पर हमला कर दिया। बाघ ने इनमें पांच बकरियों को निवाला बना लिया, जबकि दो जख्मी हो गईं। बाघ के हमले के कारण भगदड़ मच गई। जंगल में बकरियों के मारे जाने की सूचना ग्रामीणों की ओर वन विभाग को नहीं दी गई। चूंकि जंगल के अंदर का मामला था, इसलिए ग्रामीण डरे हुए थे। रेंजर मोबीन आरिफ इस घटना की जानकारी से इंकार कर रहे हैं लेकिन, जंगल के किनारे मॉनीट¨रग तेज कर दी गई है।