हम असहाय होकर अपनों को मरते हुए देख रहे हैं..
खीरी जिले में ऑक्सीजन की किल्लत से हाहाकार मचा है।
लखीमपुर : खीरी जिले में ऑक्सीजन की किल्लत से हाहाकार मचा है। एक अदद सिलिडर को लोग मारे-मारे फिर रहे हैं। शहर से लेकर गांव तक हर दिन इंसानों की मौत हो रही है। हालत ये है कि अब तो जनता के साथ-साथ विधायक भी इंटनेट मीडिया पर मुख्यमंत्री से ऑक्सीजन की गुहार लगा रहे हैं। विधायक ने पत्र में गुहार लगाते हुए कहाकि जनता को आखों के सामने मरते देखना अब बर्दाश्त कर पाना मुश्किल है।
क्षेत्रीय विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की मांग की है। पत्र में कहा है कि कोरोना थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिस कारण निरंतर पीड़ितों की संख्या में वृद्धि हो रही है। हम लोग असहाय होकर अपनों को मरते हुए देख रहे हैं, किसी को बचा नहीं पा रहे हैं। समाजसेवी, पत्रकार, नेता, शिक्षक, सरकारी कर्मचारी, अधिवक्ता सहित तमाम लोग कालकल्वित हो गए हैं। ऐसा कोई गांव नहीं जो इसकी चपेट में न हो। जिले में ऑक्सीजन की कमी के कारण ही अत्यधिक लोग मर रहे हैं। तहसील स्तर के सीएचसी व पीएचसी केंद्रों पर भी ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों में काफी लोग मरते चले जा रहे हैं। पूर्व में विधायक निधि से कंसंट्रेटर की मांग की गई, वह भी उपलब्ध नहीं हो पाई है। सरकार के द्वारा इस महामारी से निपटने के क्रम में तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। उसके बावजूद भी ऑक्सीजन उपलब्ध न होने के कारण हर कोई भी विवश है। उन्होंने मांग की है कि जिले में शीघ्र ही ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जाए। जिले में ऑक्सीजन गैस की मारामारी और उसके अभाव में हो रही मौतों को लेकर शुक्रवार को विधान परिषद सदस्य शशांक यादव ने भी शासन को पत्र लिखा है। उन्होंने मांग की है कि जिले में जल्द ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति कराई जाए जिससे लोगों को इधर-उधर भागना न पड़े और लोगों की जान बचाई जा सके। उन्होंने यह पत्र प्रमुख सचिव खाद्य एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि जिला खीरी के शासन द्वारा जिला बाराबंकी से ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था की गई है। यह व्यवस्था अपर्याप्त है और समय खराब कर रही है। लखनऊ शहर से आने जाने में ही 3 से 4 घंटे खराब हो जाते हैं। यहां के कोविड सेन्टर जगसड में 250 मरीजों की व्यवस्था के बावजूद ऑक्सीजन के कारण मात्र 70 से 80 मरीज ही लिए जाते हैं शेष निजी अस्पताल, घरों में व शहर से बाहर इलाज करवाने को मजबूर है। उन्होंने पत्र के माध्यम से यह भी बताया कि लखीमपुर मे ऑक्सीजन प्लांट लिक्विड के अभाव में नहीं चल पा रहा है। उन्होंने मांग की है कि जिले में ऑक्सीजन सप्लाई कम से कम वर्तमान से चार गुनी की जाए। बंद प्लांट को चलाने के लिए लिक्विड ऑक्सीजन टैंकर दिलाया जाए। जिले की तीन नगर पालिका मोहम्मदी, गोला, पलिया और नगर पंचायतों ओयल, खीरी, मैलानी, बरबर, सिगाही और निघासन में अतिरिक्त कोटा आवंटित करें। उन्होंने शासन से अनुरोध किया है कि जिला खीरी मे घरों पर रहने वाले मरीजों के लिए ऑक्सीजन सप्लाई के लिए किसी गैस वितरक को नामित करें।