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बेहिसाब ई रिक्शा ने बिगाड़ा ट्रैफिक का मिजाज

र यातायात महकमा भी इनकी मनमानी पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। देखते ही देखते बढ़ी तादाद रोज लगता जाम करीब दो साल पहले जब शहर में पहली बार सपा सरकार में ई रिक्शे नमूदार हुए थे तो उनकी तादाद महज आधा दर्जन रही होगी। देखने में आकर्षक लगने वाली इस आम सवारी को लोगों ने भी हाथों हाथ लिया और देखते ही देखते मौजूदा वक्त इनकी तादाद करीब डेढ़ हजार पहुंच गई है। बैटरी चालित इन रिक्शों ने पुराने रिक्शाचालकों की रोजी पर ऐसा असर डाला कि वे कमोबेश बंद ही हो गए। खास बात यह है कि ई रिक्शों पर यातायात नियमों का भी कोई असर नहीं है और बिना लाइसेंस चल रहे तमाम रिक्शे अक्सर नाबालिग भी दौड़ाते दिखाई देते हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Apr 2019 10:48 PM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2019 06:06 AM (IST)
बेहिसाब ई रिक्शा ने बिगाड़ा ट्रैफिक का मिजाज
बेहिसाब ई रिक्शा ने बिगाड़ा ट्रैफिक का मिजाज

लखीमपुर : शहर में ई-रिक्शा भले ही लोगों को सस्ती दर पर उनके गंतव्य तक पहुंचाते हों, पर इन्होंने ट्रैफिक का मिजाज बिगाड़ रखा है। यातायात नियमों का मखौल उड़ा रहे ई रिक्शा चालकों की लापरवाही की हद तो यह है कि अक्सर नाबालिग भी सवारियां भरकर फर्राटे भरते नजर आते हैं। यही नहीं ई रिक्शा भारी सामान ढुलाई का माध्यम भी बन गए हैं और पुलिस, नगर पालिका व परिवहन विभाग भी इनकी मनमानी पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है।

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देखते ही देखते बढ़ी तादात, रोज लगता जाम

करीब दो साल पहले जब शहर में पहली बार ई रिक्शा आए थे तो उनकी तादाद महज आधा दर्जन रही होगी। देखने में आकर्षक लगने वाली इस आम सवारी को लोगों ने भी हाथों हाथ लिया और देखते ही देखते मौजूदा वक्त इनकी तादात करीब डेढ़ हजार पहुंच गई है। बैटरी चालित इन रिक्शों ने पुराने रिक्शा चालकों की रोजी पर ऐसा असर डाला कि वे कमोबेश बंद ही हो गए। खास बात यह है कि ई रिक्शों पर यातायात नियमों का भी कोई असर नहीं है और बिना लाइसेंस चल रहे तमाम रिक्शे अक्सर नाबालिग भी दौड़ाते दिखाई देते हैं।

रिक्शा स्टैंड न होने से गहरा रही समस्या

गोला में यातायात व्यवस्था का जायजा लिया जाए तो शायद ई-रिक्शे ही ऐसे हैं जिन्होंने ट्रैफिक की सेहत बिगाड़ रखी है। यहां पहले कोतवाली के पास रिक्शा स्टैंड बना था, जहां अब तक पिक टॉयलेट बन चुका है और नतीजे में रिक्शों का कोई स्टैंड भी नहीं है। ऐसे में ई रिक्शे पूरे दिन सदर चौराहा, विकास चौराहा, मोहम्मदी रोड, सिनेमा चौराहा, लखीमपुर रोड सहित तमाम जगहों पर बेतरतीब ढंग से खड़े दिखते हैं, या सड़कों पर मंडराया करते हैं।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

सीओ अभिषेक प्रताप अजेय ने बताया कि ई रिक्शों के कारण यातायात बिगड़ने का प्रकरण संज्ञान में है। इसे सुधारने के लिए औचक चेकिग कराई जाएगी और यदि नाबालिग रिक्शा चलाते पाया गया तो रिक्शा सीज कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।


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