पंद्रह करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास
पानी लखीमपुर में भारी तबाही मचाता था। जिसके लिए उन्होंने भारत सरकार के माध्यम से एक ऐसी योजना तैयार की है कि नेपाल के अंदर ही पानी रोका जा सकेगा। अब आने वाले समय में नेपाल का पानी लखीमपुर में तबाही नहीं बचा सकेगा। आज से 40 वर्ष पूर्व लखीमपुर खीरी में बाढ़ नहीं आती थी। मगर पूर्ववर्ती सरकारों की नाकामी के चलते आज लखीमपुर बाढ़ की चपेट से उबर नहीं पा रहा है। परंतु अब लखीमपुर खीरी को बाढ़ से पूरी तरह निजात मिल जाएगी। मोदी सरकार ने सबका साथ सबका विकास नारे को सही साबित किया है। इससे पहले सांसद अजय मिश्र ने गुरुद्वारा कौड़ियाला घाट पर मत्था टेक आशीर्वाद लिया। सांसद ने गुरुद्वारा कौड़ियाला घाट के मुख्य जत्थेदार बाबा काला ¨सह का भी आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर गुरुद्वारा कौड़ियाला घाट के मुख्य जत्थेदार बाबा काला ¨सह मोहित त्रिवेदी जसवंत ¨सह उर्फ बिल्लू ¨सचाई विभाग बाढ़ खंड व ¨सचाई खंड शारदा नगर के अधिकारी भी मौजूद रहे।
लखीमपुर : खीरी सांसद अजय मिश्र ने गुरुद्वारा व आसपास के गांव सहित खैरटिया बांध को मोहाना नदी की कटान से बचाए जाने के लिए 15 करोड़ रुपये की दो अलग-अलग परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
गुरुद्वारा व आसपास के गांव सहित खैरटिया बांध को बचाए जाने के लिए 992.45 लाख रुपये व 504. 38 लाख रुपये की दो अलग-अलग परियोजनाओं का शिलान्यास करने के उपरांत सांसद अजय मिश्र ने कहा कि लखीमपुर को बाढ़ से मुक्त कराने के लिए वह संकल्पवद्ध थे। 15 करोड़ की दो अलग-अलग लाई गई परियोजनाओं से क्षेत्र को काफी फायदा मिलेगा। पड़ोसी मुल्क नेपाल का पानी लखीमपुर में भारी तबाही मचाता था। जिसके लिए उन्होंने भारत सरकार के माध्यम से एक ऐसी योजना तैयार की है कि नेपाल के अंदर ही पानी रोका जा सकेगा। अब आने वाले समय में नेपाल का पानी लखीमपुर में तबाही नहीं बचा सकेगा। आज से 40 वर्ष पूर्व लखीमपुर खीरी में बाढ़ नहीं आती थी। मगर पूर्ववर्ती सरकारों की नाकामी के चलते आज लखीमपुर बाढ़ की चपेट से उबर नहीं पा रहा है। परंतु अब लखीमपुर खीरी को बाढ़ से पूरी तरह निजात मिल जाएगी। मोदी सरकार ने सबका साथ सबका विकास नारे को सही साबित किया है। इससे पहले सांसद अजय मिश्र ने गुरुद्वारा कौड़ियाला घाट पर मत्था टेक आशीर्वाद लिया। सांसद ने गुरुद्वारा कौड़ियाला घाट के मुख्य जत्थेदार बाबा काला ¨सह का भी आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर गुरुद्वारा कौड़ियाला घाट के मुख्य जत्थेदार बाबा काला ¨सह, मोहित त्रिवेदी, जसवंत ¨सह उर्फ बिल्लू, ¨सचाई विभाग बाढ़ खंड व ¨सचाई खंड शारदा नगर के अधिकारी भी मौजूद रहे।