मानसून में बचाई बाघिन, तेंदुआ, मगरमच्छ की जान
लखीमपुर: मानसून सत्र के दौरान वनकर्मियों ने पूरे दुधवा टाइगर रिजर्व में बाघिन, तेंदुआ और
लखीमपुर: मानसून सत्र के दौरान वनकर्मियों ने पूरे दुधवा टाइगर रिजर्व में बाघिन, तेंदुआ और मगरमच्छों की जान बचाई है। डीडी बफरजोन डॉ. अनिल पटेल ने इस बाबत तीनों डिवीजनों का आंकड़ा जारी करते हुए बताया कि वनकर्मियों द्वारा बचाए गए वन्यजीवों को जंगल में छोड़ दिया गया। सभी पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं। डीडी के मुताबिक, दुधवा, कतरनिया घाट और बफरजोन में अप्रैल माह से लेकर अब तक एक बाघिन, तीन अजगर, छह मगरमच्छ, तीन पाढ़ा, एक सियार, छह तेंदुआ तथा विभिन्न प्रजातियों के करीब एक दर्जन कछुओं की जान बचाई गई है। उन्हें ग्रामीण क्षेत्र से उनके प्राकृतिक वासस्थल यानि जंगल में सुरक्षित छुड़वा दिया गया है। आम जनमानस को वन्यजीवों के प्रति दया भाव रखने और उनको जागरूक करने के लिए समय-समय पर गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे क्षेत्र जहां पर वन्यजीवों के दुर्घटना की संभावना है, उन जगहों पर सावधानी रखने संबंधी बोर्ड लगाए गए हैं। निघासन-ढखेरवा मार्ग पर सड़क हादसे में दो मगरमच्छों की मृत्यु एक माह के अंदर हुई है। वहां पर भी जगह-जगह बोर्ड लगाए जा रहे हैं। डीडी ने लोगों से वन्यजीवों के प्रति दयाभाव दिखाने की अपील करते हुए कहा कि जंगली जीवों को लेकर लोग जागरूक हों तो मुसीबत में फंसे वन्यजीवों की जान बचाई जा सकती है।