समझौते के बाद किसानों का आंदोलन समाप्त
बकाया भुगतान की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों व मिल प्रबंधतंत्र के बीच समझौता हो गया।
लखीमपुर : बकाया भुगतान की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों व मिल प्रबंधतंत्र के बीच समझौता हो गया। किसानों ने समझौते के बाद आंदोलन समाप्त कर दिया है। आंदोलन समाप्त होने के बाद चीनी मिल शुरू हो गई है और किसानों से गन्ना लाने को कहा गया है। समझौते में मिल ने 31 दिसंबर तक 85 करोड़ रुपये का भुगतान करने की बात कही है। जिसमें से 25 करोड़ रुपया गुरुवार को किसानों के खाते में भेजा जाएगा। 31 जनवरी 2022 तक मिल पूरा पिछला बकाया भुगतान करेगी। बकाया गन्ना मूल्य के भुगतान की मांग को लेकर किसान पिछले 18 दिनों से आंदोलन कर रहे थे। किसानों ने पहले धरना प्रदर्शन किया और बाद में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया था। इस बीच कई बार मिल अधिकारियों व किसानों के बीच वार्ता हुई लेकिन, बात नहीं बन पाई थी। जिला प्रशासन ने भी वार्ता कराने की कोशिश की थी लेकिन, किसान नहीं माने थे। किसान पूर्ण भुगतान की मांग पर अड़े थे। इस बीच गोला में आंदोलनकारी किसानों व मिल अधिकारियों के बीच वार्ता के बाद हल निकल आया था जिसके बाद मिल शुरू हो गई थी। उसी के बाद समझा जा रहा था कि अब यहां भी हल निकल आएगा। इस क्रम में मंगलवार को देर रात दोनों पक्षों के बीच बात हुई थी लेकिन, तब हल नहीं निकल सका था। बुधवार को सुबह फिर से वार्ता हुई जिसमें चीनी मिल अधिकारियों ने किसानों की अधिकांश मांगों को स्वीकार कर लिया जिसके बाद किसानों ने आंदोलन समाप्त कर दिया। मिल प्रबंधतंत्र व आंदोलनकारी किसानों के बीच सीडीओ ने वार्ता कराई जिसमें एसडीएम डा. अमरेश कुमार की भी भूमिका रही।
आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले सहकारी गन्ना विकास समिति के अध्यक्ष विकास कपूर ने बताया कि मिल प्रबंधन ने किसानों की अधिकांश मांगे मान ली है जिसके बाद किसानों ने आंदोलन समाप्त कर दिया है।
इन मुद्दों पर हुआ समझौता
1- चीनी मिल 31 दिसंबर तक 85 करोड़ का भुगतान करेगी।
2- 25 करोड़ का भुगतान चीनी मिल 16 दिसंबर को किसानों के खाते में भेजेगी।
3-चीनी मिल 31 जनवरी 2022 तक पिछला सारा भुगतान क्लीयर करेगी।
4-पुरानी पर्चियों पर ही गन्ना तौल शुरू की जाएगी।
5-बैलगाड़ी वाले किसानों का भुगतान पहले किया जाएगा।
6- 20 ट्राली तक के सट्टा वाले किसानों का भुगतान भी पहले की लिस्ट में होगा।
7-आंदोलन के दौरान जो भी कोई मुकदमा दर्ज होगा उसको वापस लिया जाएगा।
8- इसके अलावा जो मांगे शासन व प्रशासन से संबंधित है उस पर सक्रियता से कार्रवाई कराई जाएगी।