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शांतिभंग की आशंका में 5000 पाबंद, 232 क्रिटिकल बूथ

लोकसभा चुनाव में पुलिस व प्रशासन को जिले में पाबंद किए गए पांच हजार लोगों से शांतिभंग की आशंका है इन्हें पाबंद कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Mar 2019 11:24 PM (IST)Updated: Sun, 17 Mar 2019 11:24 PM (IST)
शांतिभंग की आशंका में 5000 पाबंद, 232 क्रिटिकल बूथ
शांतिभंग की आशंका में 5000 पाबंद, 232 क्रिटिकल बूथ

लखीमपुर : लोकसभा चुनाव में पुलिस व प्रशासन को जिले में पाबंद किए गए पांच हजार लोगों से शांतिभंग की आशंका है, इन्हें पाबंद कर दिया गया है। अभी यह संख्या आठ हजार से अधिक पहुंच सकती है। आचार संहिता लगने के बाद पुलिस ने 232 गांवों को क्रिटिकल गांव के रूप में चिन्हित किया है। चिन्हीकरण का मतलब ये है कि इन गांवों में दबंग स्वतंत्र चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। जिसे रोकने के लिए प्रशासन व पुलिस ने कमर कस ली है। पुलिस के सर्वे के मुताबिक, जिले भर में 50 वर्नेवुल गांव हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भी जिले में इतने ही वर्नेबुल गांव पाए गए थे। पिछले वर्ष की तुलना में क्रिटिकल गांव भी लगभग इतने ही हैं। इस चुनाव में भी कोई दिक्कत न हो, इसके लिए क्रिटिकल गांवों में मतदान के दौरान सामान्य से अधिक पुलिस फोर्स लगाने की कवायद तेज कर दी गई है। पुलिस आंकड़े पर गौर करें तो जिले भर में 1799 हिस्ट्रीशीटर हैं, जिन पर पूरी नजर रखी जा रही है। हिस्ट्रीशीटरों की सक्रियता और निष्क्रियता को लेकर भी छानबीन हो रही है। जिले भर में 27751 लाइसेंस हैं, जिन्हें जमा करने कराने का निर्देश दिया गया है।

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57 बैरियर लगेंगे, 23 नेपाल सीमा पर

लखीमपुर: लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिले भर में 57 बैरियर बनाए गए हैं। नेपाल सीमा से चुनाव में खपाने के लिए कहीं काला धन न लाया जाए इसलिए गौरीफंटा, पलिया, तिकुनिया व संपूर्णानगर से सटे 23 बैरियर बना दिए गए हैं। हर विधानसभा में तीन-तीन स्टेटिक व फ्लाइंग स्कॉर्ट टीमें तैनात की गई हैं। प्रशासन इस चुनाव में काले धन के इस्तेमाल को पूरी तरह रोकना चाहता है। इसलिए टीमों को पूरी तरह अलर्ट रहने को कहा गया है। ताकि काले धन के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जा सके।

26 पोलिग बूथों पर वायरलेस के सहारे पुलिस

नेपाल सीमा के तिकुनिया, गौरीफंटा, चंदन चौकी और संपूर्णानगर से सटे 26 पोलिग बूथ ऐसे हैं, जहां मोबाइल का नेटवर्क ही नहीं है। ऐसे बूथों पर पोलिग पार्टियों व सुरक्षा कर्मियों से संवाद स्थापित करने के लिए वायरलेस सेट का इंतजाम किया जा रहा है। ताकि चुनाव में कोई दिक्कत न हो।

एक कंपनी एसएसबी व पीएससी ने डेरा डाला

लोस चुनाव में कानून-व्यवस्था संभालने के लिए जिले में एक कंपनी एसएसबी और एस कंपनी पीएससी ने डेरा डाल दिया है। मतदान के दिन तक इन के जवान पुलिस के साथ क्रिटिकल पोलिग बूथों वाले गांवों में पैदल भ्रमण करेंगे।


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