Move to Jagran APP

भाइयों के लिए पूर्णिमा व गरिमा बना रहीं इकोफ्रेंडली राखी

शहर के मुहल्ला कपूरथला में रहने वाली पूर्णिमा मौर्य इको फ्रेंडली राखी बना रही हैं। पूर्णिमा मौर्य के साथ उनकी छोटी बहन गरिमा मौर्य भी राखी बना रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 11:15 PM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 06:07 AM (IST)
भाइयों के लिए पूर्णिमा व गरिमा बना रहीं इकोफ्रेंडली राखी
भाइयों के लिए पूर्णिमा व गरिमा बना रहीं इकोफ्रेंडली राखी

लखीमपुर : शहर के मुहल्ला कपूरथला में रहने वाली पूर्णिमा मौर्य इको फ्रेंडली राखी बना रही हैं। पूर्णिमा मौर्य के साथ उनकी छोटी बहन गरिमा मौर्य भी राखी बना रही हैं। दोनों बहनों का कहना है कि यह राखियां बाजार में बिकने वाली राखियों से न केवल सस्ती हैं, बल्कि यह पर्यावरण को भी प्रभावित नहीं करती हैं।

loksabha election banner

उनका कहना है कि हर त्योहारों पर ज्यादातर ऐसे काम हो रहे हैं, जिससे पर्यावरण दूषित हो रहा है लेकिन, यह सस्ती राखियां आसानी से घर में बनाई जा सकती हैं। वे इन राखियों को व्यापार के लिए न बनाकर बल्कि लोगों को बनाना सिखा रही हैं। साथ ही साथ यदि कोई जरूरतमंद मिलता है तो वे उसे राखियां निश्शुल्क दे देती हैं। पूर्णिमा मौर्य बताती हैं कि कपड़ा सिलाई करने वाली साधारण से लेकर उसी धागे से यह रक्षा बनाई जा सकती है। क्रोशिया के द्वारा दिन करके खूबसूरत राखी का रंग दिया जा सकता है। इसमें अन्य कई रंग के धागे मिला करके यह राखी रंग बिरंगी बन जाएगी इसमें प्लास्टिक या झिल्ली ऐसी कोई चीज न होने के कारण खराब होने के बाद यह आसानी से नष्ट हो जाएगी। इससे जमीन में उर्वरा शक्ति का कोई नुकसान नहीं होगा। इसके साथ ही कपड़ा सिलाई वाले धागे काफी मजबूत होते हैं। इसलिए यह राखी जल्दी टूटेगी भी नहीं एक बड़ी बात यह है कि यह राखियां धो कर फिर साफ की जा सकती है और पहले की तरह ही चमकने लगेंगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.