बिजली कटौती से सूख रहीं किसानों की फसलें
लखीमपुर एक तरफ सूर्य कहर ढा रहा है तो दूसरी तरफ बिजली विभाग बिजली कटौती कर किसानों की कमर तोड़ने पर आमादा है। क्षेत्र में आलम यह है कि 18 घंटे की जगह सिर्फ दो से तीन घंटे बिजली दी जा रही है। जिससे किसानों की गन्ने और नगदी फसलें जैसे केला और खीरे की फसलें सूख रही हैं।
लखीमपुर: एक तरफ सूर्य कहर ढा रहा है तो दूसरी तरफ बिजली विभाग बिजली कटौती कर किसानों की कमर तोड़ने पर आमादा है। क्षेत्र में आलम यह है कि 18 घंटे की जगह सिर्फ दो से तीन घंटे बिजली दी जा रही है। जिससे किसानों की गन्ने और नगदी फसलें जैसे केला और खीरे की फसलें सूख रही हैं।
15 दिनों से जहां गर्मी का प्रकोप जारी है वहीं बिजली विभाग ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सप्लाई में कटौती कर रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बमुश्किल दो से तीन घंटे बिजली दी जा रही है जबकि योगी सरकार का आदेश है कि 18 घंटे बिजली दी जाए। मोहम्मदी क्षेत्र के रेहरिया फीडर पर तो बमुश्किल दो से तीन घंटे बिजली मिलती है जिससे किसानों की गन्ने की फसल सूखने की कगार पर पहुंच गई है। 24 घंटे में सिर्फ दो तीन बीघा खेत की सिचाई हो पाती है और अगले दिन तक वह पानी भी सूख जाता है। बिजली विभाग के जिम्मेदारों का कहना है इस भीषण गर्मी में ओवरलोड के चलते सिर्फ दो से ढाई घंटे ही सप्लाई दी जा रही है क्योंकि जैसे ही सप्लाई चालू की जाती है तो कहीं न कहीं फाल्ट हो जाता है या लाइन बैठ जाती है। उनके पास स्थानीय स्तर पर जो संसाधन है उन्हीं की सहायता से किसानों की समस्या को दूर करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। ऊपरी अधिकारियों का कोई भी सहयोग प्राप्त नहीं हो रहा है। मोहम्मदी क्षेत्र का चाहे राजापुर बेनी फीडर हो या रेहरिया फीडर दोनों पर बिजली बस नाम मात्र को दी जा रही है। इस संबंध में एसडीओ संजय कुमार का कहना है कि रोस्टर तो 18 घंटे का है, लेकिन ओवरलोड की वजह से दो ढाई घंटे से ऊपर बिजली नहीं दे पा रहे हैं। राजापुर सब स्टेशन शीघ्र शुरू हो जाएगा जिससे ओवरलोड की समस्या समाप्त हो जाएगी और लोगों को पर्याप्त बिजली की आपूर्ति मिलने लगेगी।
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