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भारत से आयात को सुगम बनाने को नेपाल के कंचनपुर में बन रहा सूखा बंदरगाह

वृहद भंसार कार्यालय की उद्योग वाणिज्य तथा आपूर्ति मंत्री ने रखी नींव

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 12:03 AM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 12:03 AM (IST)
भारत से आयात को सुगम बनाने को नेपाल के कंचनपुर में बन रहा सूखा बंदरगाह
भारत से आयात को सुगम बनाने को नेपाल के कंचनपुर में बन रहा सूखा बंदरगाह

लखीमपुर : नेपाल सरकार ने भारत से होने वाली आयात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए महाकाली नगरपालिका अंतर्गत मायापुरी व गौरीशंकर क्षेत्र में भंसार कार्यालय का निर्माण शुरू किया है। यह निर्माण एक हजार बीघा क्षेत्रफल में होगा। स्थानीय भाषा में इसे सूखा बंदरगाह कहा जाता है। यहां पर एक साथ कस्टम एवं सेंट्रल एक्साइज समेत अन्य संबंधित विभागों के कार्यालय बनाए जाएगे, जिससे आयात में कोई दिक्कत न हो। वृहद भंसार कार्यालय के निर्माण की आधारशिला उद्योग वाणिज्य तथा आपूर्ति मंत्री लेख राज भट्ट ने रखी। इस मौके पर उन्होनें कहा कि विदेशों से होने वाले आयात को सुगम बनाने के लिए विशेष आर्थिक क्षेत्र के रूप में देश के चार स्थानों पर ऐसे ही कार्यालय निर्माण करने का लक्ष्य निर्धारित है। पहले कंचनपुर से शुरुआत की गई है। इसके बाद अन्य जगहों पर निर्माण शुरू होगा। सरकार ने पूर्व से लेकर पश्चिम तक औद्योगिक चेन के रूप में विकास का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। इससे औद्योगिक क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलेगा। इसके पहले दोधारा चांदनी के कज्जभोज में सूखा बंदरगाह यानी वृहद भंसार कार्यालय के निर्माण के लिए प्रयास किया गया था लेकिन, भारत का वन क्षेत्र होने के कारण भारत ने अपनी सहमति नहीं दी। इसके कारण अब मायापुरी में कार्यालय बनाया जा रहा है। उद्योग वाणिज्य तथा आपूर्ति मंत्री लेखराज भट्ट ने कहा कि खाड़ी देशों से आने वाला कच्चा माल भारत के बंदरगाहों से दिल्ली आता है और फिर वहां से रेल मार्ग से नेपाल की दूरी कम होने से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। उनके साथ मंत्रालय के सचिव डॉ. बैकुंठ अर्याल, औद्योगिक क्षेत्र लिमिटेड के अध्यक्ष नंद किशोर बस्नेत सहित अन्य लोग मौजूद थे।

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