संशोधित::::परवान नहीं चढ़ सकी पार्कों के विकास की योजना
लखीमपुर: पर्यावरण की दृष्टि से नगर पालिका क्षेत्र में बनवाए गए पार्क व उनके सौंदर्यीकरण के लिए केंद्र सरकार की अमृत मिशन योजना परवान नहीं चढ़ सकी, कहीं झूले टूटे हैं तो कहीं पार्कों में सीटें खराब हैं। शाम के वक्त बिजली का सही प्रबंध भी नहीं है करोड़ों खर्च के बावजूद शहर के अभी कई पार्क दुर्दशा ग्रस्त हैं, यहां पर शाम के वक्त अंधेरा रहता है, पेड़ पौधों की दुर्दशा के चलते अब यहां की खूबसूरती भी धीरे-धीरे नष्ट हो रही है।
मुहल्ला ईदगाह के पार्क को ही लें यहां टूटे हुए झूले, बिजली के खंभे, नगर पालिका की उदासीनता बयान करने के लिए काफी है। शाम के वक्त आने वाले बच्चों की संख्या भी कम हो चुकी है। कई बार तो पार्क में अंधेरा रहता है। इन दिनों पार्क की सफाई हो रही है। कर्मचारी ड्यूटी पर लगे हुए हैं लेकिन, पार्क में आने वाले बच्चों की यही शिकायत है कि झूले टूटे हैं तो खेले कैसे। अंधेरा होने बिजली की व्यवस्था न होने से लोग और जल्दी चले जाते हैं। उसी तरह लाल बहादुर शास्त्री पार्क जो मुहल्ला भटनागर कालोनी के निकट पड़ता है, वहां भी बैठने की सीटें टूटी हुई हैं। आवास विकास कालोनी में निर्माणाधीन पार्क में अभी ट्रैक नहीं है। इसके अलावा पटेल नगर के पार्क में भी बिजली व्यवस्था संतोष जनक न होने की बात लोगों ने बताई।
ये हैं पार्क
गांधी पार्क, कचहरी रोड।
अटल बिहारी वाजपेयी पार्क,आवास विकास कालोनी।
बुद्धा पार्क
पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क, आवास विकास कालोनी।
संकटा प्रसाद वाजपेयी पार्क, ईदगाह।
सरदार भगत सिंह पार्क, आफिसर कालोनी।
शास्त्री नगर पार्क।
अमृत मिशन के तहत शहर के सात पार्कों के लिए एक करोड़ 70 लाख का बजट बनाकर शासन से मांग की गई थी, पहली किस्त में 60 लाख रुपये मिले हैं, जिनसे काम चल रहा है सभी सात पार्कों का विकास कराया जाएगा। उनका सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। एक नया पार्क आवास विकास में और निर्माणाधीन है। जहां कहीं भी झूले टूट रहे हैं वहां नए झूले जल्दी ही लगेंगे।
निरुपमा वाजपेयी, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद, लखीमपुर