Move to Jagran APP

आज से शुरू होगी एएनएम सेंटरों पर प्रसव की कवायद

एएनएम सेंटरों पर महिलाओं का प्रसव कराने की कवायद बड़े क्षेत्रफल वाले खीरी जिले में महिलाओं के प्रसव की समस्या गंभीर है। लोगों को कई किलोमीटर दूर चलकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला महिला अस्पताल आना पड़ता है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 Jan 2020 10:50 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 10:50 PM (IST)
आज से शुरू होगी एएनएम सेंटरों पर प्रसव की कवायद
आज से शुरू होगी एएनएम सेंटरों पर प्रसव की कवायद

लखीमपुर: करीब पैंतालिस लाख की आबादी वाले व यूपी में सबसे बड़े क्षेत्रफल वाले खीरी जिले में महिलाओं के प्रसव की समस्या गंभीर होती जा रही है। प्रसव के दौरान जच्चा और बच्चा की मुश्किल में पड़ने वाली जान की खबरें आए दिन वायरल होती हैं। लोगों को कई किलोमीटर दूर चलकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला महिला अस्पताल आना पड़ता है। लोगों को यह समस्या इसलिए है कि जिले के एएनएम सेंटरों पर बदहाली छायी है। वहां रखी मशीनें दम तोड़ रही हैं। सीडीओ ने इसे गंभीरता से लेकर एएनएम सेंटरों की दशा सुधारने पर जोर दिया है। पलिया ब्लॉक में पहुंचकर गुरुवार को सीडीओ इसकी शुरूआत करेंगे।

loksabha election banner

समीक्षा में मिली शाबाशी तो आई याद

हाल ही में हुई यूनीसेफ की समीक्षा बैठक में खीरी जिले को स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में शाबाशी मिली तो सेहत महकमे को ये याद आई कि उसे प्रसव की व्यवस्था में सभी एएनएम सेंटर पर करानी चाहिए। इस प्रक्रिया को अमल में लाने के लिए अब पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है। जिले के दूरस्थ पलिया ब्लॉक से इसकी विधिवत शुरूआत का खाका भी तैयार कर लिया गया है।

और भी हैं जिले के दूरस्थ इलाके

पलिया का अधिकांश इलाका भारत-नेपाल सीमा से सटा हुआ है। जहां से जिला मुख्यालय की दूरी सौ किलोमीटर से अधिक है। इसके अलावा पसगवां, मैलानी, धौरहरा, मोहम्मदी के भी तमाम ऐसे इलाके हैं जहां के सरकारी अस्पताल में सेवाओं के नाम पर केवल खाना पूरी की जा रही है। प्रसव तो दूर वहां बीमारियों को देखने वाला कोई नहीं था। ऐसे हालातों को काबू में लाने के लिए ये सारी कवायद की गई है। जहां सबसे ज्यादा दिक्कत प्रसूताओं को आती थी लेकिन अब नई व्यवस्था में ऐसा नहीं होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.