कश्मीर जिगर के टुकड़ा कहे हिदुस्तान . . .
दशहरा मेला के मंच पर रविवार की रात भोजपुरी संगीत में कलाकारों ने काफी धमाल मचाया। कलाकारों के गीत और नृत्य को देखकर झूमते दर्शक कई बार बेकाबू हो गए जिसके लिए पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। देर रात शुरू हुए भोजपुरी कार्यक्रम की शुरुआत राम मोहन गुप्त के संचालन में सदर विधायक योगेश वर्मा ने दीप जलाकर की। इस मौके पर उनके साथ भोजपुरी प्रीतम सिंह बग्गा के साथ मंच पर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष निरुपमा वाजपेयी अधिशासी अधिकारी आरआर अंबेश मेला कमेटी चेयरमैन सर्वेश वर्मा मेला प्रभारी अमरदीप मौर्य के साथ अन्य लोग मौजूद रहे। लखनऊ से आई सुरेश कुशवाहा एंड पार्टी ने रात भर दर्शकों को संगीत के सुरों पर झूमने पर मजबूर किया। सुरेश कुशवाहा ने कार्यक्रम की शुरुआत देवी गीत से किया निबिया के डार मैया डालली झुलवा इसके बाद पांव में पायलिया सोहै गोरिया चांद के अंजुरिया गोर बाड़ू हो।
लखीमपुर : दशहरा मेला के मंच पर रविवार की रात भोजपुरी संगीत में कलाकारों ने काफी धमाल मचाया। कलाकारों के गीत और नृत्य को देखकर झूमते दर्शक कई बार बेकाबू हो गए, जिसके लिए पुलिस को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। देर रात शुरू हुए भोजपुरी कार्यक्रम की शुरुआत राम मोहन गुप्त के संचालन में सदर विधायक योगेश वर्मा ने दीप जलाकर की। इस मौके पर उनके साथ भोजपुरी प्रीतम सिंह बग्गा के साथ मंच पर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष निरुपमा वाजपेयी अधिशासी अधिकारी आरआर अंबेश मेला कमेटी चेयरमैन सर्वेश वर्मा, मेला प्रभारी अमरदीप मौर्य के साथ अन्य लोग मौजूद रहे। लखनऊ से आई सुरेश कुशवाहा एंड पार्टी ने रात भर दर्शकों को संगीत के सुरों पर झूमने पर मजबूर किया। सुरेश कुशवाहा ने कार्यक्रम की शुरुआत देवी गीत से किया निबिया के डार मैया डालली झुलवा, इसके बाद पांव में पायलिया सोहै, गोरिया चांद के अंजुरिया गोर बाड़ू हो। जैसे गीत गाकर के सुरेश कुशवाहा ने लोगों का खूब मनोरंजन किया। देश भक्ति का गीत कश्मीर जिगर के टुकड़ा कहे हिदुस्तान गाकर सूरज नारायण ने लोगों को देश भक्ति के रंग में रंग दिया। जागो वीर जवान भारत पुकारे जैसे गीत भी भोजपुरी कार्यक्रम का हिस्सा बने। कोठे ऊपर कोठरी जैसे गीतों पर अनु के डांस पियवा से पहिले हमार रहलू जैसे गीत पर मुस्कान के डांस तथा हाय शरमाऊं किस किस को बताऊं गीत पर तनु के डांस ने पूरे मेले में धमाल मचा दिया पंडाल में श्रोता खुद को रोक नहीं सके सा गायक रामपाल निषाद ने सर्रे को चट्टान बना दे मौला वहशी को इंसान बना दे मौला हिदू मुस्लिम एक थाली में खाएं ऐसा हिदुस्तान बना दे या मौला रामपाल निषाद काया गीत लोगों के दिलों पर छाप छोड़ गया देर रात तक मेले में लोग बंधे बैठे रहे।