कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर कोर्ट परिसर 48 घंटे के लिए बंद
पूरा कोर्ट परिसर होगा सैनिटाइज। पुलिस लाइंस में कार्यरत सुरक्षा कर्मी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हड़कंप मच गया। इन 48 घंटों में कोर्ट परिसर व अदालतों की सफाई व सैनिटाइज किए जाने का काम किया जाएगा।
लखीमपुर : कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर शनिवार को अचानक कोर्ट परिसर को 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया। पुलिस लाइंस में कार्यरत सुरक्षा कर्मी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हड़कंप मच गया। पुलिस लाइंस में कार्यरत सुरक्षा कर्मी कोर्ट परिसर में तैनात कई पुलिस कर्मियों के संपर्क में रहे, जिसके चलते कोर्ट परिसर में कार्यरत न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों, वकीलों व वादकारियों की सेहत की सुरक्षा के मद्देनजर शनिवार को अचानक जिला जज ने कोर्ट को बंद करने का फैसला लिया। शनिवार को सुबह कोर्ट में न्यायिक कार्य शुरू ही हुआ था कि अचानक 12 बजे के करीब सभी अदालतों में तालाबंदी कर दी गई और न्यायिक कार्य रोक दिया गया। सुरक्षा के मद्देनजर एएसपी अरुण कुमार सिंह, सीओ विजय आनंद, कोतवाली सदर इंस्पेक्टर, थाना प्रभारी खीरी, थाना प्रभारी फरधान समेत आधा दर्जन थानों की पुलिस फोर्स कोर्ट परिसर में तैनात कर दी गई। कोर्ट परिसर में जाने वाले सभी गेटों पर भी तालाबंदी कर दी गई और वादकारियों को सिविल कोर्ट परिसर से बाहर कर दिया गया। अचानक कोर्ट परिसर की तालाबंदी को लेकर पूरे कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया। अचानक कोर्ट में तालाबंदी को लेकर बार संघ के पदाधिकारियों व वकीलों ने विरोध जताया कि बिना बार संघ को सूचित किए अचानक बंदी कर दी गई। विरोध पर जिला जज शिव शंकर प्रसाद, एडीजे शाम कुमार ने बार संघ के पदाधिकारियों से वार्ता की और बताया कि पुलिस कर्मी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सुरक्षा के मद्देनजर कोर्ट को 48 घंटे के लिए बंद किया गया है। इन 48 घंटों में कोर्ट परिसर व अदालतों की सफाई व सैनिटाइज किए जाने का काम किया जाएगा। न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों, वकीलों व वादकारियों को कोरोना से बचाव के लिए यह फैसला लिया गया। देर शाम तक कोर्ट परिसर व आसपास आधा दर्जन थानों की पुलिस की मुस्तैदी चर्चा का विषय रहा।