बाढ़ के बाद अब संक्रामक बीमारियों ने घेरा
लखीमपुर : बरसात के बाद बाढ़ का पानी ग्रामों में कम हो गया है। ऐसे में तेज धूप के कारण त
लखीमपुर : बरसात के बाद बाढ़ का पानी ग्रामों में कम हो गया है। ऐसे में तेज धूप के कारण तमाम बीमारियों ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। जिनकी गिरफ्त में बड़े लोगों के साथ बच्चे भी आने लगे हैं। इसका प्रमाण भीरा सहित गांवों में मौजूद निजी चिकित्सकों की क्लीनिक में उमड़ी भीड़ के रूप में देखा जा सकता है। इस समय किशनपुर, कांप, महाराज नगर कांप, आयरलैंड गंज, कटैया मगही, जनकापुर, मझोला दौलतपुर मटेहिया, पिपरिया भूड़ जंगल नंबर सात, जमुना राम नगर डंबल टांडा, पकरिया सेमलिया रैनागंज में टाइफाइड मलेरिया बुखार चर्म रोग लाल- बुखार फैले हुए हैं, लेकिन सीएचसी बिजुआ स्टाफ द्वारा इन ग्रामों में रोकथाम के लिए दवाओं के वितरण के साथ कीटनाशक का आज तक छिड़काव न किए जाने से मरीज बढ़ते जा रहे है। इस मामले में अधीक्षक डॉक्टर मितेश द्विवेदी ने बताया कि उनकी जानकारी में नहीं है फिर भी मामले को दिखाकर टीमों को दवाई वितरण के लिए रवाना किया जाएगा। लेकिन कई दिन बीतने के बाद भी इन टीमों को गांवों में नहीं देखा जा सका है। इस लापरवाही के चलते ग्रामों में मौजूद झोलाछाप तथा निजी डॉक्टर मरीजों का शोषण व उनके जीवन से खिलवाड़ कर रहे है। इन सब मामलों की जानकारी के बाद भी सेहत विभाग सक्रिय होता नहीं दिखाई दे रहा है। इस मामले में क्षेत्र के समाज सेवी मनजीत ¨सह ने सीएमओ मनोज अग्रवाल तथा डीएम शैलेंद्र कुमार ¨सह से कीटनाशकों का छिड़काव तथा दवाओं का वितरण कराने की मांग की है।