ट्रेने बंद होने से यात्रियों में मायूसी
बाजार पर पड़ेगा। जिसमें सड़क मार्ग से सामान मंगाने से महंगाई पर भी असर पड़ेगा। तराई बेल्ट में पूर्वांचल के लोगों की संख्या अच्छी खासी होने के कारण नानपारा बहराइच गोंडा व गोरखपुर के साथ बिहार तक जाने वालों को सुविधा होने के साथ कम किराए में लोग पहुंचते थे। वर्तमान में इस ओर जाने के लिए लखनऊ रूट का सहारा लेना पड़ेगा।
लखीमपुर: मैलानी- नानपारा के बीच चल रही ट्रेनों का संचालन बंद होने से रेलवे स्टेशन पर सन्नाटा पसरा रहा। आम जनमानस के साथ यात्री तो कोई नजर नहीं आया अलबत्ता कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद रहे। शनिवार को दोपहर करीब साढ़े चार बजे तिकुनिया से अंतिम गाड़ी यहां आई थी जो मैलानी गई थी। उसके बाद से बुकिग काउंटर बंद कर दिया गया था जो अब बंद ही रहेगा। रेलवे के कर्मचारियों को अभी जो जहां पर है उसे वहीं पर बनाए रखा गया है और उनको रोज की भांति ड्यूटी पर आने को कहा गया है जिससे सभी कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर मुस्तैद रहे। कर्मचारियों को रेलवे के सामान की सुरक्षा करने को भी कहा गया है। यह निर्देश है कि कोई सामान बाहरी व्यक्ति न ले जा सके। ट्रेनों का संचालन बंद होने से स्टेशन पर एकदम सन्नाटा पसरा रहा। रोज की तरह ट्रेन से यात्रा करने वाले लोग स्टेशन नहीं पहुंचे और बहराइच व तिकुनिया जाने वाले लोग इधर उधर भटकते देखे गए। सबसे ज्यादा दिक्कत उन छात्रों को हुई जिनके पेपर बहराइच व बिछिया के केंद्रों पर थे। स्टेशन पर बनी कैंटीन पर भी ताला लटक रहा है। टिकट के लिए लगी स्वचालित मशीन भी खामोश खड़ी देखी गई।
भीरा: मैलानी -बहराइच के बीच चलने वाली यात्री ट्रेनों के बंद होने से इस रूट पर चलने वाले यात्रियों के बीच मायूसी छा गई। पलिया तिकुनिया की ओर सस्ते में ट्रेन से जाने वाले मध्यम श्रेणी के लोगों को अब सड़क मार्ग से महंगी यात्रा करने और समय बर्बाद होने का काफी मलाल रहेगा। ट्रेनों को बंद करने से यात्रियों को तो परेशानी उठानी ही पड़ेगी इसका सबसे ज्यादा असर यहां के विकास व बाजार पर पड़ेगा। जिसमें सड़क मार्ग से सामान मंगाने से महंगाई पर भी असर पड़ेगा। तराई बेल्ट में पूर्वांचल के लोगों की संख्या अच्छी खासी होने के कारण नानपारा, बहराइच, गोंडा व गोरखपुर के साथ बिहार तक जाने वालों को सुविधा होने के साथ कम किराए में लोग पहुंचते थे। वर्तमान में इस ओर जाने के लिए लखनऊ रूट का सहारा लेना पड़ेगा।