त्योहार पर सावधान रहें मिलावट खोरों से
दी का न होकर एल्युमीनियम या अन्य सस्ती धातुओं का होता है जो पेट में दर्द पैदा कर देता है। कई बार इससे आंतों में जख्म हो जाते हैं। असली चांदी का वर्क मिठाई से छूटता नहीं है यदि छूट भी गया तो हथेली पर फिर वह दुबारा रुकता नहीं दूसरे वर्क हथेली पर रगड़ने के बावजूद रह जाते हैं। इसके अलावा तेल में रंग मिला होता है उसे हम अलग से गदेली में लेकर देखेंगे तो कई बार गदेली पर रंग छूटता है। इसी तरह लाल मिर्च को पानी में डालने पर उस में मिलाया गया रंग भी छूटता है। इस तरह उनकी पहचान की जा सकती है।
लखीमपुर: पुरानी कहावत है की दवा से परहेज अच्छा है यही बात लागू होती है वर्तमान में उन बाजारों पर जहां त्योहार के दौरान मिठाइयां या अन्य खाद्य पदार्थ धड़ल्ले से बिक रहे हैं क्योंकि इनमें मिलावटी शहर लोगों की सेहत को कभी भी खराब कर सकता है। इसके लिए जरूरी है कि लोग सावधान रहें। त्योहार की खुशियां बरकरार रहे इसके लिए यह भी जरूरी है कि हम मिठाइयों या अन्य खाने-पीने के पदार्थों में होने वाली मिलावट को पहचाने ज्यादातर दूर से खूबसूरत चमचमाती मिठाईयां या अन्य ऐसे पदार्थ जो हमें अच्छे लगते हैं हम बिना सोचे समझे ले लेते हैं।
ऐसे बचे मिलावटी वस्तुओं से
खाने-पीने के मिलावटी सामान को जानने के लिए जरूरी है कि हम उसे बारीकी के साथ देखें इस बारे में डॉ. कौशलेंद्र शर्मा मुख्य खाद्य सुरक्षाधिकारी बताते हैं कि अक्सर मिठाइयों पर लगाया जाने वाला चांदी का वर्क चांदी का न होकर एल्युमीनियम या अन्य सस्ती धातुओं का होता है, जो पेट में दर्द पैदा कर देता है। कई बार इससे आंतों में जख्म हो जाते हैं। असली चांदी का वर्क मिठाई से छूटता नहीं है, यदि छूट भी गया तो हथेली पर फिर वह दुबारा रुकता नहीं, दूसरे वर्क हथेली पर रगड़ने के बावजूद रह जाते हैं। इसके अलावा तेल में रंग मिला होता है उसे हम अलग से गदेली में लेकर देखेंगे तो कई बार गदेली पर रंग छूटता है। इसी तरह लाल मिर्च को पानी में डालने पर उस में मिलाया गया रंग भी छूटता है। इस तरह उनकी पहचान की जा सकती है। मिठाइयों में मिलाया जाने वाला रंग भी खाने पीने वाला रंग ना हो करके बल्कि सस्ते रंग होते हैं,बेहतर हो कि हम रंगीन मिठाइयों से दूर रहें।
यहां करें शिकायत मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी कार्यालय 9452468472, 91-94509 45315