पल-पल मार रहा मिलावट का बाजार, मिलावटखोर सक्रिय
संवाद सूत्र लखीमपुर दीपावली का त्योहार करीब है इसे लेकर बाजार में मिलावट खोरो की भी पौ बारह है। सदर बाजार खोयामंडी तथा संकटा देवी मंदिर के आसपास दूध की डेरियों में व्यवसायियों का काम तेजी पकड़ रहा है वहीं शहर में जगह-जगह मिठाई की दुकानों पर भी काम तेज हो रहा है।इसी तेजी के बीच कहीं न कहीं मिलावट खोर भी सक्रिय हो जाते हैं।
लखीमपुर: दीपावली का त्योहार करीब है इसे लेकर बाजार में मिलावट खोरों की भी पौ बारह है। सदर बाजार खोयामंडी तथा संकटा देवी मंदिर के आसपास दूध की डेरियों में व्यवसाइयों का काम तेजी पकड़ रहा है, वहीं शहर में जगह-जगह मिठाई की दुकानों पर भी काम तेज हो रहा है। इसी तेजी के बीच कहीं न कहीं मिलावट खोर भी सक्रिय हो जाते हैं। दूध में आरारोट, झाग के लिए कास्टिक कभी-कभी साबुन का भी प्रयोग दूध वाले करते हैं। दीपावली करीब आते ही जहां दूध के दाम बढ़ जाते हैं, वहीं मिलावट का कारोबार भी तेजी पकड़ चुका है। क्रीम निकाले हुए दूध में पाउडर मिलाना, तेलों में सस्ते तेल की मिलावट सभी कुछ तेजी पकड़ता दिखाई देता है। ऐसे होती है मिलावट
मुख्य खाद्य सुरक्षाधिकारी कौशलेंद्र शर्मा की माने तो दूध में क्रीम निकालने के बाद उसमें पाउडर घोल दिया जाता है। झाग के लिए कास्टिक की मिलावट भी की जाती है, इसी तरह सरसों के तेल में भी सस्ते तेल की मिलावट कर दी जाती है। डॉ. कौशलेंद्र शर्मा बताते हैं कि मिठाइयों पर लगाया जाने वाला वर्क चांदी की जगह एलमुनियम या किसी अन्य सस्ती धातु का हो सकता है जिससे खाने वालों को नुकसान होता है।
यह होती है मिलावट से बीमारियां
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके वर्मा बताते हैं कि मिलावटी खाद्य पदार्थों से कई बीमारियां हो जाती हैं कई बार तो इससे त्वचा रोग हो जाते हैं। तेल कोई नकली नहीं होता बल्कि सरसों के तेल में कई बार सस्ते तेलों की मिलावट से त्वचा पर असर पड़ता है। मिठाइयों में मिलावट या पाउडर वाले दूध अथवा मिठाइयों पर लगने वाले नकली वरक से उल्टियां हो जाती हैं जिससे डिहाईड्रेशन हो जाता है। आंतों में घाव हो सकता है इसलिए मिलावटी पदार्थों से बचना चाहिए। अक्सर लाल मिर्च के पाउडर में रंग मिला दिया जाता है। यह लीवर और आंतों दोनों के लिए घातक होता है।