महाविद्यालय का उद्घाटन करने वाले सपाइयों पर मुकदमा
संवादसूत्र गोलागोकर्णनाथ (लखीमपुर) गोला में कृषि महाविद्यालय का सीएम से पहले उदघाटन करने वाले सपाइयों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ गया है।
संवादसूत्र, गोलागोकर्णनाथ (लखीमपुर) : गोला में कृषि महाविद्यालय का सीएम से पहले उदघाटन करने वाले सपाइयों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ गया है। पूरे मामले की जांच पड़ताल करने के बाद हरकत में आए गोला तहसील प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई कर दी है।
इसे सरकार की छवि धूमिल करने की कोशिश माना गया है। गोला पुलिस ने न केवल इस मामले में मुकदमा दर्ज किया है बल्कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए भी धरपकड़ तेज कर दी है। एसडीएम गोला व सीओ गोला का कहना है कि जल्दी ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा। कृषि महाविद्यालय जमुनाबाद में सीएम के उद्घाटन से पूर्व समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा उद्घाटन करने का कार्य किया गया था। जिसे पुलिस ने सरकारी काम में बाधा, सरकार की छवि खराब करने के आरोप में पांच नामजद सहित आठ दस अज्ञात सपाइयों के विरुद्ध लगभग एक दर्जन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरु कर दी है। पुलिस ने समाजवादी पार्टी के आकाश लाला, पंकज श्रीवास्तव, आकाश वर्मा, नरेन्द्र वर्मा, अमन यादव, शोएब अंसारी अपने आठ दस साथियों पर विधि विरुद्ध जमावड़ा कर उद्घाटन से पूर्व ही कृषि महाविद्यालय जमुनाबाद फार्म पर पहुंचकर सरकार की छवि धूमिल करने व पुलिस के कार्य में बाधा डालकर राजकीय कार्य के विपरीत कार्य करने व माहौल खराब करने की कोशिश के साथ मुख्यमंत्री, प्रदेश सरकार सहित भाजपा कार्यकर्ताओं में रोष व उत्तेजना फैलाने का कार्य किया है। जिसे संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
घटना वाले दिन छोड़ा था आरोपितों को
गोलागोकर्णनाथ बुधवार को कृषि महाविद्यालय जमुनाबाद में मुख्यमंत्री के उद्घाटन के पूर्व सपा कार्यकर्ताओं ने फीता काटने व नारियल फोड़कर मिठाई बांटने के साथ उद्घाटन कर दिया था। उसी मामले को लेकर कोतवाली पुलिस ने देर रात ताबड़तोड़ दबिशें देकर मामले में आरोपित तीन कार्यकर्ताओं के परिवार के सदस्यों को कोतवाली में बिठा लिया था। इधर मामले में प्रभारी निरीक्षक डीपी तिवारी ने बताया कि शांति सुरक्षा व्यवस्था के तहत आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए परिवारिक सदस्यों को थाने में बिठाया गया था। पूर्व विधायक विनय तिवारी के हस्तक्षेप के बाद आरोपितों के परिवार के सदस्यों अशोक श्रीवास्तव, अक्कू वर्मा, अमन को सुपुर्दगीनामा भरवाकर छोड़ दिया गया है।