रेंजर के सामने से निकले बाघ ने दी चुनौती
लखीमपुर : महेशपुर रेंज में बाघ और वनकर्मियों के बीच इन दिनों लुकाछुपी का दौर जारी है
लखीमपुर : महेशपुर रेंज में बाघ और वनकर्मियों के बीच इन दिनों लुकाछुपी का दौर जारी है। कॉ¨बग के दौरान रेंजर के सामने से निकले बाघ ने एक बार फिर वनकर्मियों को चुनौती दे दी। जानकारी के अनुसार रेंज की बाघ बाहुल्य देवीपुर बीट के घमहाघाट क्षेत्र में मंगलवार को रेंजर बनारसी दास मौर्य की अगुवाई में हथिनी लेकर वन कर्मियों की टीम क्षेत्र में कॉ¨बग के लिए लाल ¨सह के झाले पर गई थी, तभी शाम साढ़े पांच बजे रेंजर के सामने बाघ गन्ने के एक खेत से निकलकर दूसरे खेत में चला गया। मालूम हो कि उक्त बाघ ने इस क्षेत्र को अपना बसेरा बना रखा है। पांच बार बाघ लाल ¨सह के झाले पर आ चुका है। यहां हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं। इतना ही नहीं बाघ बीती रात्रि में यहीं पर कुछ दूर कठिना नदी के निकट बने मक्खन ¨सह के झाले पर रात्रि मे दो बार दस्तक दे डाली। जिससे झाला स्वामियों के होश उड़ गए। जाग कर रात काटने को मजबूर हुए। एकबार पशुओं की लगी मच्छरदानी के पास, एक बार जलायी गई आग के करीब तक पहुंचा। अगले दिन बुधवार को सूचना पर पहुंचे वन कर्मियों ने दोनों स्थानों पर मिले पग मार्क से बाघ आने की पुष्टि की है। आज हथिनी गंगाकली पर सवार होकर महावत अनीश खां, वन दारो़गा राम प्रसाद, राजेश कुमार, विनीत ने कॉ¨बग की। ¨कतु बाघ की लोकेशन तो नहीं ट्रेस हो सकी। परंतु पगचिह्न जंगल के बार्डर पर मिले हैं। रेंजर ने बाघ देखने की पुष्टि करते हुए कॉ¨बग कराने एवं ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है।