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झोलाछाप डॉक्टर समेत दो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

सिकंद्राबाद (लखीमप र) : कस्बे में शनिवार को झोलाछाप डॉक्टर के इलाज के दौरान हालत बिगड़

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 11:08 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 11:08 PM (IST)
झोलाछाप डॉक्टर समेत दो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
झोलाछाप डॉक्टर समेत दो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

सिकंद्राबाद (लखीमप र) : कस्बे में शनिवार को झोलाछाप डॉक्टर के इलाज के दौरान हालत बिगड़ने से एक बच्चे की मौत हो गई थी। इस मामले में परिवारीजन काफी देर हंगामा करने के बाद बच्चे का शव लेकर थाने पहुंच गए थे। तब पुलिस ने बच्चे के पिता की तहरीर पर झोलाछाप डॉक्टर समेत दो लोगों के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है।

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कस्बे में गोला रोड पर झोलाछाप डॉक्टर राजेश का क्लीनिक है। शनिवार दोपहर थाना हैदराबाद क्षेत्र के गांव चांदामऊ निवासी दिनेश अपने दो वर्षीय पुत्र अर्पित का इलाज कराने क्लीनिक पर गए थे। अर्पित बुखार से पीड़ित था। आरोप है कि डॉक्टर ने बच्चे को देखकर अपने कंपाउंडर से एक इंजेक्शन लगाने को कहा। कंपाउंडर के इंजेक्शन लगाते ही बच्चे की हालत बिगड़ गई और मुंह से झाग निकलने लगी। यह देख परिवारीजन परेशान हो उठे। डॉक्टर ने भी तुरंत ही बच्चे को लखीमपुर ले जाने को कहा। घर वाले बच्चे को लखीमपुर लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। बाद में बच्चे के शव को लेकर परिवार वाले उक्त क्लीनिक पहुंचे। वहां उन लोगों ने खूब हंगामा किया। थोड़ी देर तक डॉक्टर ने सुलह की भी कोशिश की, लेकिन परिवारीजन नहीं माने और शव लेकर थाने पहुंच गए। पुलिस ने डॉक्टर राजेश व उसके कंपाउंडर के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।

मामले में चुप है स्वास्थ्य महकमा

जगह-जगह खुले फर्जी दवाखानों के विरुद्ध स्वास्थ्य विभाग की सख्ती की उस समय हवा निकलती दिखी जब झोलाछाप के इलाज से बच्चे की मौत के बावजूद स्वास्थ महकमा खामोश दिखा। शनिवार को हुई घटना में पुलिस ने गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली, लेकिन फर्जी क्लीनिक अगले दिन भी खुला रहा। मामले के तूल पकड़ने के बावजूद स्वास्थ विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। जांच को पहुंचे सीओ

बच्चे की मौत के मामले में शनिवार को डॉक्टर व कंपाउंडर पर रिपोर्ट दर्ज होने के बाद रविवार को इसमें एससी-एसटी एक्ट की धाराएं बढ़ाये जाने पर सीओ मितौली प्रदीप ¨सह आरोपी डॉक्टर की क्लीनिक पर जांच करने पहुंचे। सीओ के पहुंचने से पहले ही डॉक्टर अपना क्लीनिक बंद कर भाग चुका था। सीओ ने आसपास के लोगों से डॉक्टर के बारे में पूछताछ की। प्रभारी निरीक्षक पान ¨सह ने बताया कि कल रिपोर्ट दर्ज कराते समय एससी-एसटी एक्ट की बात नहीं पता चली थी। जानकारी होने पर एक्ट की धाराएं बढ़ा दी गईं हैं। मामले की जांच सीओ मितौली कर रहे हैं।


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