यूपी पीसीएस परीक्षा में चुने गए शहर के अभिषेक
संवादसूत्र लखीमपुर अभिषेक मिश्र पुत्र ओमप्रकाश मिश्रा ने यूपीपीसीएस में कॉमर्शियल टैक्स ऑफीसर के पद पर चयनित होकर जनपद और जिले का नाम रोशन किया है। साधारण परिवार से उठकर पीसीएस अधिकारी बनने तक इन्होंने अपने जीवन में कई संघर्ष और परेशानी देखी।
लखीमपुर : शहर के मुहल्ला मिश्राना के रहने वाले अभिषेक मिश्र ने यूपीपीसीएस में कॉमर्शियल टैक्स ऑफीसर के पद पर चयनित होकर जिले का नाम रोशन किया है। साधारण परिवार से उठकर पीसीएस अधिकारी बनने तक इन्होंने अपने जीवन में कई संघर्ष और परेशानी देखी। परंतु ये जीवन के एक लक्ष्य को ध्यान में रख सदैव उसके लिए प्रयासरत रहे। ओमप्रकाश मिश्रा के बेटे अभिषेक ने हाई स्कूल में 87 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। स्नातक बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी से 73 प्रतिशत से एवं परास्नातक- हैदराबाद यूनिवर्सिटी से एवं सीएसआइआर-जेआरएफ और गेट की परीक्षा उत्तीर्ण की। 2009 में इन्होंने देश के अनेक प्रतिष्ठित संस्थानों में शोध छात्र के रूप में चयनित हुए। सीसीएमबी हैदराबाद में जेआरएफ के रूप मे अपनी पीएचडी प्रारंभ की। तत्पश्चात ये जर्मन गवर्नमेंट की छात्रवृत्ति पर मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट जर्मनी में चयनित हुए। ये अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता की तपस्या, उनकी प्रेरणा को देते हैं।
अपने गुरुओं विवेक राय, आशुतोष पांडेय को अपना मार्गदर्शक मानते हैं। अपनी इस सफलता को ये भारतीय सेना के वीर सपूतों को समर्पित करते हैं। सेना की पैराशूट रेजीमेंट के कठिन जीवन और संघर्ष से इनको प्रेरणा मिलती है कि जवानों को किसी भी परिस्थिति में हारना या मैदान छोड़ना नहीं सिखाया गया, उसी प्रकार हम भी अपने लक्ष्य पर डटे रहें। कोई भी परेशानी, झंझावत क्यो ना आए, हारना नहीं है। इनका मानना है कि बच्चा काबिल बनो काबिल, कामयाबी तो हमेशा पीछे भागेगी।