बेलगाम, बेकाबू कोरोना, फिर 350 लोग हुए संक्रमित
कोरोना का संक्रमण लगातार लोगों को अपनी गिरफ्त में लेता
लखीमपुर: कोरोना का संक्रमण लगातार लोगों को अपनी गिरफ्त में लेता जा रहा है। 24 घंटे के अंतराल में जिलेभर में 350 नए मरीज मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा मरीज लखीमपुर ब्लाक में पाए गए हैं। डीएम शैलेंद्र सिंह ने बताया कि पिछले 24 घंटे में लखनऊ लैब से कुल 627 रिपोर्ट आई है जिसमें 44 पॉजिटिव व 583 निगेटिव हैं। अन्य लैब व एंटीजन से 306 पॉजिटिव मिले हैं।
ब्लॉक लखीमपुर में सबसे ज्यादा 190, सबसे कम ब्लॉक नकहा में एक, फूलबेहड़ में 11, ईसानगर में सात, धौरहरा में 12, निघासन में चार, रमियाबेहड़ में एक, बांकेगंज में 29, पसगवां में 30, मितौली में 15, कुंभी में 11, पलिया में 14, बिजुआ में तीन, बेहजम में नौ, मोहम्मदी ब्लॉक में 13 नए मरीजों की पहचान की गई है। अब तक जिले में कुल 10844 केस मिल चुके हैं, जिनमें 7940 मरीज ठीक हो चुके हैं। जिले में इस समय एक्टिव केस 2795 हो गये हैं, जबकि 109 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले एक हफ्ते से लगातार कोरोना वायरस बढ़ने के कारण सबसे ज्यादा शहरी इलाके में दहशत का माहौल हैं। लोगों को पता है कि अगर बात कोरोना की गिरफ्त में आए तो उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं न के बराबर मिल पाएंगी। तीखी झड़प के बाद कोरोना संक्रमित अधिवक्ता का शुरू हुआ इलाज
लखीमपुर : थाना खीरी क्षेत्र के लगुचा निवासी कोरोना संक्रमित एक अधिवक्ता का परिवार पिछले तीन दिनों इलाज कराने के लिए भटक रहा था। सरकारी अस्पताल से लेकर प्राईवेट सेंटर तक कोई बात करने को तैयार नही है। मंगलवार को हालत बिगड़ने पर परिवार वालों ने अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों को इलाज न होने की सूचना दी और जगसड में बने सेंटर पर भर्ती कराए जाने की गुहार लगाई।
15 अप्रैल को अधिवक्ता की कुछ तबियत बिगड़ी उन्होंने शहर के निजी पैथालाजी से अपनी जांच कराई। जांच में अधिवक्ता को कोरोना संक्रमित पाया गया। अधिवक्ता को उनके निजी आवास पर होम क्वारंटाइन कर दिया गया। घर पर उनकी हालत और बिगड़ने लगी हालत बिगड़ते देख उनके बच्चों ने अस्पताल में भर्ती करने व इलाज के लिए जिला अस्पताल के अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन भर्ती करने से इंकार कर दिया। मामले की जानकारी होने पर अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष जेबी सिंह, महामंत्री अजय कुमार पांडेय ने सीएमओ से वार्ता कर अधिवक्ता को समुचित इलाज करने को कहा। मंगलवार को सुबह अधिवक्ता की हालत बिगड़ने लगी और उनको सांस लेने में तकलीफ होने लगी।
अधिवक्ता की हालत बिगड़ते देख परिवार वालों ने अधिवक्ता संघ से मदद की गुहार लगाई। अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह,महामंत्री अजय पांडेय , वीरेंद्र श्रीवास्तव समेत दर्जनों अधिवक्ता बीमार अधिवक्ता को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। दो घंटे तक बीमार अधिवक्ता का इलाज शुरू नहीं हो सका। आक्रोशित बार संघ के पदाधिकारियों व अधिवक्ताओं ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को खूब खरी खोटी सुनाई। दोनों के बीच तीखी झड़प भी हुई। काफी झड़प के बाद एक एंबुलेंस को बुलाया गया एंबुलेंस में गैस का बंदोबस्त कराया गया और उसके बाद अधिवक्ता को कोरोना सेंटर जगसड के लिए भेजा गया। अधिवक्ता संघ के महामंत्री अजय पांडेय डॉक्टरों की घोर लापरवाही पर चिता जताई साथ कहा कि अधिवक्ताओं के साथ यह व्यवहार है तो आम जनता के साथ कैसा होगा?