दुधवा से सटे 26 गांव संवेदनशील, चलेगा सर्च आपरेशन
लखीमपुर: सर्दी आते ही वन्यजीवों के शिकार की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। हाल ही में पलिया अ
लखीमपुर: सर्दी आते ही वन्यजीवों के शिकार की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। हाल ही में पलिया और मझगई रेंज में जिस तरह भारी संख्या में खाबड़ बरामद हुआ है और फारेस्ट गार्ड पर गोली चली है, उससे अधिकारी बेहद चौकन्ने हो गए हैं। उनके मुताबिक दुधवा पार्क और बफर एरिया के जंगल से सटे करीब 26 गांव ऐसे हैं, जो बेहद संवेदनशील हैं। गांवों में वन्यजीवों के शिकार के लिए हथियार भी जमा हैं और शिकारी वन्यजीवों के शिकार की ताक में भी हैं। ऐसे शिकारियों को दबोचने के लिए दुधवा पार्क के फील्ड डायरेक्टर रमेश पांडेय और डीडी बफर डॉ. अनिल पटेल ने रेंज अधिकारियों को टीम के साथ शुक्रवार से सर्च आपरेशन चलाने का निर्देश दिया है।
डीडी ने बताया कि मझगई रेंज के मुंशीगढ़ गांव में हथियारों की मौजूदगी के बाबत पुख्ता जानकारी है, इसलिए गांव में पुलिस और वन विभाग की टीमों ने कां¨बग की। रेंज स्तर पर निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही शिकारी नेटवर्क के बारे में पता लगाया गया तो जंगल से सटे दर्जनों गांवों में शिकार की संभावनाओं को बल मिला। ये गांव बेलरायां से लेकर पलिया, मझगई, संपूर्णानगर, मैलानी, भीरा आदि रेंजों के हैं। जहां खुराफाती तत्व खाबड़ लगाकर हिरन, बारह¨सघा, जंगली सुअर, नीलगाय आदि का शिकार कर सकते हैं। खाबड़ में बाघ, तेंदुआ के फंसने का भी डर है। ऐसे में टीमों को अलर्ट कर शुक्रवार से सर्च आपरेशन चलाने का निर्देश दिया गया है।
एफडी ने समझाया वनकर्मियों को समझाया सुरक्षा का तरीका
वन्यजीवों की सुरक्षा में कोई खामी न हो, इसके लिए अधिकारी तकनीकी और कड़ी निगरानी का तरीका अपना रहे हैं। भीरा में कार्यशाला आयोजित कर एफडी रमेश पांडेय ने चार-चार रेंजों को आपस में सामंजस्य स्थापित कर सुरक्षा चक्र बनाने का निर्देश दिया। इसके लिए भीरा, किशनपुर व दोनों मैलानी रेंजों में कोई घटना होने पर कर्मचारी संयुक्त रूप से सर्च आपरेशन चलाएंगे। इसी तरह पलिया, संपूर्णानगर, दुधवा, बनकटी व गौरीफंटा एक साथ सुरक्षा का कार्य करेंगे। साउथ सोनारीपुर, नार्थ सोनारीपुर, बेलरायां, नार्थ निघासन और मझगई की टीमें घटना घटित होने पर संयुक्त रूप से कार्य करेंगी। एफडी के अलावा डीडी बफरजोन और डीडी दुधवा ने भी वनकर्मियों को सुरक्षा टिप्स दिए।