पडरौना में जानलेवा बने बिजली के जर्जर खंभे
भीड़भाड़ इलाकों में खंभों की स्थिति देख राहगीर व आसपास के बा¨शदे सहमे हैं। शिकायतों का संज्ञान नहीं लिए जाने से नागरिकों में आक्रोश बढ़ रहा है।
कुशीनगर : नगर में जगह-जगह जर्जर हो चुके लोहे के बिजली खंभों से कोई बड़ा हादसा हो सकता है। भीड़भाड़ इलाकों में खंभों की स्थिति देख राहगीर व आसपास के बा¨शदे सहमे हैं। शिकायतों का संज्ञान नहीं लिए जाने से नागरिकों में आक्रोश बढ़ रहा है। नगर के सुभाष चौक के समीप स्थित जलकल के पंप हाउस के सामने दशकों से खड़े लोहे का विद्युत पोल भूमि स्तर पर जर्जर होकर आधे से अधिक टूट चूका है। इसे देखते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। जबकि यहां आधा दर्जन बैंकों की शाखाएं, भारतीय जीवन बीमा निगम का दफ्तर है। व्यवसाय का यह प्रमुख केंद्र भी है। एनएच 28 बी के किनारे जहां विद्युत पोल खड़ा है। वहां पर सुबह से देररात तक लोगों की चहल-पहल रहती है। यहीं हाल नगर के रामकोला रोड के किनारे स्थित आवास विकास कालोनी के फेज तीन में है। यहां संचालित एक निजी स्कूल के पीछे तथा दो निजी अस्पताल के सामने दोनों खंभे 90 फीसद टूट जाने से तार के सहारे खड़े हैं। यहां मरीजों व तीमारदारों की मौजूदगी भी विभाग के जिम्मेदारों को नहीं दिखती। जर्जर होकर ढहने के कगार पर पहुंच चुके खंभों को बदलने की मांग वर्षों से हो रही है, लेकिन विभाग के आला अफसर की आंख नहीं खुल रही। पडरौना विद्युत उपकेंद्र के अधिशासी अभियंता हंसराज कुमार कौशल कहते हैं, जर्जर हो चुके खंभों का सर्वे कराकर बदला जाएगा।