भुगतान न होने पर कामगारों का प्रदर्शन
कामगारों का कहना है कि आठ परियोजनाओं के तहत चकरोडों पर मिट्टी भराई का कार्य कराया गया दक्षिण टोला के 70 श्रमिकों ने 325 दिन की मजदूरी भी लेकिन अभी तक उनके खाते में पैसा नहीं पहुंचा।
कुशीनगर: कोरोना महामारी में योगी व मोदी सरकार की श्रमिकों व प्रवासी कामगारों को गांव में रोजगार सृजन कराने की मंशा लापरवाह अधिकारियों के भेट चढ़ गई है। काम करने के बाद भी कामगारों को पैसा नहीं मिल रहा है, इससे उनमें नाराजगी बढ़त रही है और आगे का काम करने से इन्कार करने लगे हैं। इसी तरह के मामले को लेकर खड्डा विकास खंड के ग्राम रामपुर जंगल दक्षिण टोला के श्रमिकों ने पंचायत भवन पर प्रदर्शन कर नाराजगी जाहिर की। ग्राम पंचायत अधिकारी के शीघ्र भुगतान करने के आश्वासन पर वह माने।
कामगारों का कहना है कि आठ परियोजनाओं के तहत चकरोडों पर मिट्टी भराई का कार्य कराया गया, दक्षिण टोला के 70 श्रमिकों ने 325 दिन की मजदूरी भी, लेकिन अभी तक उनके खाते में पैसा नहीं पहुंचा। सन्तोष निषाद, उमेश गोंड, छोटेलाल, मोहन गुड्डू, राजकुमार, विजय मल्ल, मंगल, शम्भू, राजेन्द्र, धनराज, रमावती देवी, पारस, राधे आदि कामगारों ने कहा कि काम करने के एक सप्ताह बाद का पैसा खाते में भेजने की बात कही गई, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
ग्राम पंचायत अधिकारी अविनेश त्रिपाठी ने बताया कि कुछ मजदूरों का संयुक्त खाता होने के कारण मजदूरी का भुगतान नहीं हो पाया है। एक-दो दिन में सभी समस्या को दूर कर भुगतान उनके खातों में कर दिया जाएगा।