पानी की टोटियां गायब, शेड जर्जर
उपनगर स्थित रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। परिसर में बनाए गए वाटर पोस्ट की टोटियां गायब हैं तो दोनों शेड जर्जर हालत में हैं। महीने में तीन से पांच लाख तक का राजस्व देने वाले रामकोला स्टेशन पर शौचालय की सुविधा नहीं है। यही वजह है कि ट्रैक के बीच और परिसर के आसपास गंदगी फैली रहती है।
कुशीनगर : उपनगर स्थित रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। परिसर में बनाए गए वाटर पोस्ट की टोटियां गायब हैं तो दोनों शेड जर्जर हालत में हैं। महीने में तीन से पांच लाख तक का राजस्व देने वाले रामकोला स्टेशन पर शौचालय की सुविधा नहीं है। यही वजह है कि ट्रैक के बीच और परिसर के आसपास गंदगी फैली रहती है।
यहां विश्राम गृह बना ही नहीं है, शेड जर्जर होने के कारण यात्री पेड़ के नीचे बैठकर ट्रेन का इंतजार करते हैं। धूप और बारिश में परेशानी झेलनी पड़ती है। रात में जीआरपी या आरपीएफ के जवानों की ड्यूटी न होने से स्टेशन के कर्मचारी और यात्री दोनों भयभीत रहते हैं। स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रहे यात्री अशोक पांडेय ने कहा कि पेयजल की सुविधा न होने से बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को बहुत दिक्कत होती है। आसिफा खातून ने कहा कि विश्राम गृह न होने से खुले में बैठना पड़ता है। विमलेश ने कहा कि स्टेशन परिसर में शौचालय का न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिम्मेदारों का ध्यान इस तरफ नहीं जाता है। स्टेशन अधीक्षक एचबी खान ने कहा कि परिसर में निर्माण कार्य चल रहा है। यात्रियों की दिक्कतों से विभाग के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। निर्माण कार्य पूरा होने तक ही यह दिक्कत है।