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यातायात नियम अपनाएं, अपना जीवन बचाएं

यातायात नियमों की अनदेखी से हर रोज जान जा रही है। एनएच 28 से जुड़े कुशीनगर में शायद ही कोई दिन बीतता हो जिस दिन सड़क हादसे में लोगों की मौत की खबर सुनने को न मिले। महज तीन साल में सड़क हादसों की संख्या लगभग तीन गुना से भी अधिक पहुंच गई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 10:42 PM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 10:42 PM (IST)
यातायात नियम अपनाएं, अपना जीवन बचाएं
यातायात नियम अपनाएं, अपना जीवन बचाएं

कुशीनगर : यातायात नियमों की अनदेखी से हर रोज जान जा रही है। एनएच 28 से जुड़े कुशीनगर में शायद ही कोई दिन बीतता हो जिस दिन सड़क हादसे में लोगों की मौत की खबर सुनने को न मिले। महज तीन साल में सड़क हादसों की संख्या लगभग तीन गुना से भी अधिक पहुंच गई है। इस भयावह स्थिति से उबरने को लेकर यातायात विभाग समेत कई सामाजिक संगठन भी आगे आए। ताकि लोगों को जागरूक कर इन हादसों पर काबू पाया जा सके। पर हालात सुधरने की बजाय और भी बिगड़ते जा रहे। जरा सी लापरवाही पर लोगों की जान जाते देखने के बाद भी हम चेतने को तैयार नहीं। यही वजह है कि दोपहिया वाहन चलाते या उस पर बैठते समय हम हेलमेट को लेकर तनिक भी फिक्रमंद नहीं होते। नतीजा सामने है। जबकि नियमों का पालन कर हम खुद के साथ-साथ दूसरों की जान भी बचा सकते हैं। यातायात माह नवंबर में अब तक दो दर्जन से अधिक सड़क हादसे की घटनाएं जनपद में सामने आ चुकीं। दर्जन भर से अधिक लोग अपनी जान गवां चुके हैं। अधिकांश घटनाएं यातायात नियमों की अनदेखी व तेज रफ्तार के चलते हुईं। जबकि यह बात बिलकुल साफ है कि तेज रफ्तार महज दिमागी फितूर है न कि कोई तरीका। इससे समय की बचत बिलकुल नहीं होती, बल्कि इन परिस्थितियों में जान का खतरा पल-पल बना रहता है। आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2016 में सड़क हादसों की संख्या 306 थी, अगले साल 2017 में बढ़कर यह संख्या 521 हो गई। जबकि चालू वर्ष के नवंबर में यह संख्या 9 सौ से अधिक पहुंच गई है।

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यह बरतें सावधानी

-चाहे दोपहिया हो अथवा चारपहिया वाहनों के रखरखाव पर विशेष ध्यान देना होगा। वाहन में फाग लैंप के साथ इंडीकेटर, रेडियम स्टीकर्स तथा बीम लाइट की व्यवस्था रखनी होगी, ताकि कोहरे में सामने वाले वाहन की रोशनी में पता चल सके की आगे भी कोई वाहन है। कोहरे में हार्न ठीक ने होने से आगे के वाहन से भिड़ने का डर बना रहता है। इससे बचाव के उपाय किए जाएं।

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शुरू हो गया कोहरे का मौसम

-कोहरे में फाग लैंप की रोशनी वाहन के लिए सहायक होती है। कोहरे को काटते हुए रोशनी कुछ दूरी आगे बढ़ने में मदद करती है, डे टाइम र¨नग लाइट्स भी जरूरी होता है। बिना इसके सड़क पर चलना जानलेवा साबित होगा।

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वाहनों में लगाएं जरूरी संसाधन

-कोहरे से बचाव के लिए वाहनों में जरूरी संसाधन अवश्य लगवाएं। बाजार में फाग लैंप 1500 से लेकर तीन हजार रुपये के बीच उपलब्ध है, तो इंडीकेटर आठ सौ से लेकर 1500 रुपये में बिक रहा है। चारपहिया वाहनों के हार्न आठ सौ से 1200 रुपये के बीच लगाए जा रहे हैं। इसी प्रकार बीम लाइट, रेडियम स्टीकर्स, इंडीकेटर, हार्न, डे टाइम र¨नग लाइट्स वाहनों में जरूर लगवाएं। इन संसाधनों के माध्यम से कोहरे में खुद का बचाव किया जा सकता है।

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बिना हेलमेट के न चलाएं बाइक

-कोहरे में बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाना खतरनाक है। जैसे चारपहिया वाहनों में कोहरे से बचाव के लिए इंतजाम किए जाने हैं, वैसे ही दोपहिया वाहन को लेकर सतर्कता बरतने की जरूरत है।


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