यातायात नियमों की अनदेखी से बढ़ रहे हादसे
कुशीनगर सड़क दुर्घटनाएं हर रोज हो रही हैं। शायद ही कोई दिन हो जिस दिन ऐसे मामले
कुशीनगर: सड़क दुर्घटनाएं हर रोज हो रही हैं। शायद ही कोई दिन हो जिस दिन ऐसे मामले सुनने को न मिलें। बढ़ती दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समय-समय पर सरकार के साथ सामाजिक संस्थाएं भी अभियान चलाकर वाहन चालकों को जागरूक करने का कार्य करती हैं, बावजूद इसके स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं दिख रहा। इसके पीछे प्रमुख कारण यातायात नियमों की अनदेखी है।
फोरलेन व राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े कुशीनगर में हर दिन बड़ी संख्या में लोग सड़क दुर्घटनाओं के शिकार होते हैं। महज एक पखवारे में 30 से अधिक मार्ग दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें नौ लोगों की जान चली गई जबकि तीन दर्जन लोग घायल हुए। सड़क दुर्घटनाओं के शिकार अधिकांश लोग दो पहिया वाहन पर सवार थे। महत्वपूर्ण बात यह कि इनमें अधिकांश युवा रहे, जो हेलमेट नहीं पहने थे। सड़क दुर्घटनाओं के शिकार युवा अगर यातायात नियमों का पालन किए रहते तो शायद हताहत होने वालों की संख्या इतनी होती।
सड़कों पर बिना हेलमेट बाइक दौड़ाते या तीन सवारी सहज देखे जा सकते है। पुलिस या यातायात सिपाही के डर से ये रास्ते बदल बच के निकल जाते हैं, जबकि यातायात नियमों के पालन के लिए समय-समय पर पुलिस, यातायात विभाग अभियान चला लोगों को जागरूक करता है, ताकि दुर्घटनाओं में कमी आ सके।
सजगता से बचेगी जान
यातायात नियमों का पालन बेहद जरूरी है। इसे लेकर लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। इसके लिए जरूरी है कि वाहन तेज गति से न चलाएं। दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट जरूर लगाएं। पीछे बैठा व्यक्ति भी हेलमेट अनिवार्य रूप से लगाए। सड़कों पर बाइक दौड़ाते नाबालिग सहज देखे जा सकते हैं। बेकाबू रफ्तार के चलते अक्सर इनसे दुर्घटनाएं भी होती हैं। फिर भी अभिभावक इसे लेकर गंभीर नहीं दिखते, अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों के हाथ में बाइक न दें।
यातायात नियमों का कड़ाई से पालन कराने के लिए पुलिस व यातायात विभाग सजग है। निरंतर अभियान चलाकर वाहन चालकों को जागरूक करने का कार्य चलता रहता है। सुरक्षित यातायात के लिए वाहन चालकों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी।
एपी सिंह, एएसपी