यहां तो जगह-जगह हैं गड्ढे
सीएम के निर्देश के बावजूद ग्रामीण सड़कों की हालत में कोई खास सुधार नहीं हो रहा है। शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं। हालत यह है कि तमकुहीराज-डूभा-रकबा बिहार के पंचदेवरी चट्टी मार्ग बदहाल है। पिछले साल पांच किमी पिच सड़क मरम्मत करायी गयी जो धीरे-धीरे गड्ढों में तब्दील होने लगी।
कुशीनगर : सीएम के निर्देश के बावजूद ग्रामीण सड़कों की हालत में कोई खास सुधार नहीं हो रहा है। शिकायतों के बाद भी जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं। हालत यह है कि तमकुहीराज-डूभा-रकबा, बिहार के पंचदेवरी चट्टी मार्ग बदहाल है। पिछले साल पांच किमी पिच सड़क मरम्मत करायी गयी, जो धीरे-धीरे गड्ढों में तब्दील होने लगी। वर्तमान में यह सड़क 40 फीसद गड्ढे में तब्दील हो चुकी है। इस सड़क से चलने वाले दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को उम्मीद थी कि इस बार सड़क जरूर बन जाएगी, लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही से अभी तक मामला अधर में लटका हुआ है। अफसोस इस बात की है कि न तो जिम्मेदार ही ध्यान दे रहे हैं और न जनप्रतिनिधि ही समस्या को लेकर गंभीर हैं। कमोवेश यही हाल इस इलाके की सभी सड़कों की है, जिस पर चलना दुश्वार है। सड़क के किनारे स्थित गांव सरेया बुजुर्ग रामकोला चट्टी के ग्रामीणों में खासा आक्रोश है।
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राकेश श्रीवास्तव कहते हैं कि यह सड़क जगह-जगह गड्ढे में तब्दील है। इसके चलते आए दिन बाइक सवार घायल हो रहे हैं। इसे ठीक कराया जाना चाहिए।
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बाबू लाल कुशवाहा कहते हैं कि तमकुहीराज से जाने वाली यह सड़क इतनी क्षतिग्रस्त हो चुकी है कि एक बार इस पर जाने के लिए सोचना पड़ता है।
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प्रमोद सिंह कहते हैं कि कई बार अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। सड़क अब पगडंडी के रूप में तब्दील हो गई है।
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हबीब कहते हैं कि सड़क मरम्मत नहीं कराने से जिम्मेदारों की कार्य प्रणाली पर सवाल है। इसे तत्काल ठीक कराया जाना चाहिए।