जातिवाद से जकड़े देश को युवाओं की जरूरत
जय प्रकाश नारायण की जयंती लोकतंत्र सेनानियों ने गुरुवार को धूमधाम से मनाई। वक्ताओं ने उनके छात्र जीवन से लेकर राजनीतिक उपलब्धियों तक की चर्चा करते हुए उन्हे श्रद्धापूर्वक नमन किया।
कुशीनगर: लोक नायक जय प्रकाश नारायण की जयंती लोकतंत्र सेनानियों ने गुरुवार को धूमधाम से मनाई। वक्ताओं ने उनके छात्र जीवन से लेकर राजनीतिक उपलब्धियों तक की चर्चा करते हुए उन्हे श्रद्धापूर्वक नमन किया। लोकनायक के विचारों को आज भी प्रासंगिक बताते हुए उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया। नगर के सुभाष चौक पर आयोजित जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि डा. परशुराम ¨सह ने कहा कि जातिवाद से जकड़े देश को आज युवाओं की जरूरत है। इतिहास गवाह है कि जब-जब युवा जागरूक होकर आगे आए देश में बदलाव हुआ। कहा कि महात्मा गांधी स्वतंत्रता मिलने के बाद अनेक ठोस निर्णय लेना चाहते थे, लेकिन उनकी हत्या हो गई। इंदिरा ने देश में आपात लगा दिया। जिसको समाप्त करने के लिए जय प्रकाश नारायण को आंदोलन करना पड़ा। सत्यदेव पांडेय ने देश में परिवर्तन लाने के लिए युवा पीढ़ी को उत्साहित किया। जितेंद्र पांडेय ने कहा कि जय प्रकाश ने देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध संघर्ष किया। बंका ¨सह ने कहा कि जब-जब अत्याचार हुआ, कोई न कोई शक्ति आकर अत्याचार को समाप्त कर नई व्यवस्था दे देती। पूर्व विधायक मदन गो¨वद राव ने कहा कि जब पंडित नेहरू का प्रभाव इतना बढ़ गया कि वे वामपंथियों के प्रभाव में आने लगे तो उस समय जय प्रकाश ने राम मनोहर लोहिया से मिलकर कार्य किया। सर्वोदय नेता के रूप में देश में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज मुखर की। कार्यक्रम को नपा चेयरमैन विनय जायसवाल, दयानंद राय, गिरीश चतुर्वेदी, रामभवन राव, वीरेंद्र मिश्र ने भी संबोधित किया। इस दौरान रामेश्वर कुशवाहा, गिरिधर त्रिपाठी, बसंत, परमार्थ ¨सह, कन्हैया, रवींद्र पांडेय, सुरेश श्रीवास्तव, दिनेश मल्ल, शंभू यादव आदि मौजूद रहे।