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कुशीनगर में 44 घंटे बिताएंगी थाई राजकुमारी

21 फरवरी से 23 फरवरी 2020 तक कुशीनगर में रहेंगी राजकुमारी -बोधगया-दिल्ली से होते कुशीनगर पहुंचने का कार्यक्रम घोषित

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Dec 2019 11:24 PM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 11:24 PM (IST)
कुशीनगर में 44 घंटे बिताएंगी थाई राजकुमारी
कुशीनगर में 44 घंटे बिताएंगी थाई राजकुमारी

कुशीनगर : थाईलैंड की राजकुमारी चुलाफान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 21 से 23 फरवरी 2020 तक माघी पूíणमा महोत्सव के दौरान कुशीनगर में लगभग 44 घंटे बिताएंगी। वह 15 फरवरी से 23 फरवरी 2020 तक भारत भ्रमण पर रहेंगी।

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रायल फ्लाइट से बैंकाक से चलकर पहले राजकुमारी बोधगया जाएंगी। उसके बाद दिल्ली से होते हुए वह फ्लाइट से 21 फरवरी 2020 को गोरखपुर पहुंचेंगी। दोपहर दो बजे कार से कुशीनगर आएंगी। रात्रि विश्राम थाई बुद्धिस्ट मोनास्ट्री में होगा। 22 फरवरी को राजकुमारी सुबह नौ बजे महापरिनिर्वाण बुद्ध मंदिर आकर लगभग 30 मिनट तक पूजन वंदन करेंगी। यहां से वह मोनास्ट्री से संचालित कुशीनगर क्लिनिक का निरीक्षण करेंगी। इसका शिलान्यास इनकी बड़ी बहन राजकुमारी महचक्री सिरोंधान ने 2001 में किया था। इसके बाद वह रामाभार स्तूप परिसर जाकर 10 से 11 बजे तक पूजा करेंगी। इसी दिन दोपहर बाद थाई मोनास्ट्री में विशेष पूजा में शामिल होंगी। 23 फरवरी को वह दोपहर में कार द्वारा गोरखपुर जाएंगी और रॉयल फ्लाइट से थाईलैंड के लिए रवाना हो जाएंगी। थाई महाराजा भूमिबोल अदुलयदेज (नवें राम) और महारानी सिरिकित की सबसे छोटी पुत्री राजकुमारी चुलाफान की सुरक्षा में थाई रायल फोर्स के साथ-साथ थाई सेना, नौसेना और वायुसेना का दस्ता रहेगा।

मोनास्ट्री से जुड़े अम्बिकेश त्रिपाठी ने बताया कि राजकुमारी के कार्यक्रम के तैयारी के सिलसिले में थाई राजदूत शुतीनथोन खोंगसक के साथ आई चार सदस्यीय टीम बुधवार गोरखपुर के लिए रवाना हो गई, जहां से टीम फ्लाइट से दिल्ली लौट गई।


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