SIR के लिए 45 साल बाद घर लौटा तैय्यब, नाराज होकर चला गया था; परिजनों से मिलकर छलक पड़े आंसू
कुशीनगर में एक अनोखा मामला सामने आया, जहाँ तैय्यब अंसारी नामक व्यक्ति 45 साल बाद अपने घर लौटा। मतदाता सूची के पुनरीक्षण के दौरान अभिलेखों की आवश्यकता ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कुशीनगर। मतदता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण यानी कि एसआइआर घर से दूर जा बसे लोगों को वर्षों बाद स्वजन से मिलाने का कार्य भी कर रहा है।
अभिलेख के लिए रिश्तों की पुरानी जड़ तलाशते लोग अपने गांव पहुंच रहे हैं। ऐसा ही एक वाकया कुशीनगर के खड्डा तहसील की ग्राम पंचायत सिसवा गोपाल में भी मंगलवार को देखने को मिला। 45 वर्ष बाद तैय्यब अंसारी अपने घर लौटे। देखते ही स्वजन गले से लिपट पड़े और उनकी आंखों से आंसू छलक आए।
तैयब अंसारी 45 वर्ष पूर्व 1980 में शादी के कुछ समय बाद ही गृह कलह को लेकर घर से नाराज होकर मुजफ्फरपुर चले गए। वहां रहने के दौरान उन्होंने दूसरी शादी कर ली और धीरे-धीरे गांव से उनका संपर्क टूट गया। इस कारण स्वजन भी उनकी वापसी की उम्मीद लगभग छोड़ चुके थे।
इस दौरान वे पंजाब, गुजरात आदि प्रदेश के विभिन्न शहरों में कहीं आवास बना तो कही किराए के मकान पर रहते रहे। वर्तमान में वह शामली जनपद के कांधला कस्बे में किराए के मकान में रहते हैं। जब वहां एसआइआर फार्म भरने की आवश्यकता पड़ी तो अभिलेख के लिए उन्हें अपने गांव लौटना पड़ा।
गांव पहुंचते ही स्वजन से उनके मिलन का भावुक दृश्य ग्रामीण भी भावुक हो उठे। तैय्यब ने बताया कि, बुढ़ा हो चुका हूं। सोचा था मर जाऊंगा, लेकिन कभी गांव नहीं जाऊंगा। बच्चे भी मुझसे मेरे गांव के बारे में पूछते थे। पुत्र इस्लाम, पत्नी मैरुन व पुत्री शाहिदा भी गांव आने से प्रसन्न हैं।

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