क्रय केंद्रों पर सूख रहा गन्ना, मिल प्रबंधन उदासीन
क्रय केंद्रों पर गन्ना तौल कराने में किसानों को एक-एक पखवारे तक का इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं बिचौलियों को प्रतिदिन पर्ची मिल रही है और बिना बारी के ही गन्ने की तौल की जा रही है।
कुशीनगर: क्रय केंद्रों पर गन्ना तौल कराने में किसानों को एक-एक पखवारे तक का इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं बिचौलियों को प्रतिदिन पर्ची मिल रही है और बिना बारी के ही गन्ने की तौल की जा रही है। गन्ना सूखने से किसानों की सांसे अटक गई हैं। तौल केंद्रों पर अनियमितता, मनमानी के चलते किसानों को उपज का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है। विशुनपुरा ब्लाक के गुलहरिया बी, गुलहरिया रामनगर स्थित गन्ना क्रय केंद्रों पर 70 से अधिक ट्रैक्टर ट्रालियां पखवारे भर से पड़ाव में खड़ी हैं। तौल न होने से ट्रालियों पर लदा गन्ना सूख रहा है। क्षेत्र के शैलेश तिवारी ने कहा कि गन्ना सूखने पर चीनी मिल कर्मचारी गन्ना तौल करने से मना कर देते हैं। मुरारी तिवारी ने कहा कि पड़ाव में गन्ना लदी ट्राली आने के बाद से यह चीनी मिल की जिम्मेदारी होनी चाहिए। आशीष तिवारी ने कहा कि पड़ाव में गन्ना पहुंचते ही उसे तौल करा देना चाहिए ताकि किसानों का कोई नुकसान न हो। जितेश ने कहा कि तौल कराने के बाद चीनी मिल गन्ना चाहे एक दिन में मंगाए चाहे एक सप्ताह में यह जिम्मेदारी चीनी मिल प्रबंधन का निर्धारित किया जाना चाहिए। मजबूरी में आधा सूख चूके गन्ने को गुड पकाने के लिए औने-पौने दाम पर बेचना पड़ता है। प्रेमशंकर तिवारी ने कहा कि 16 तरीख को गन्ना तौल का डेट निर्धारित था। 72 घंटों मे गन्ने की तौल नही किया गया। पड़ाव में गन्ना लदी गाड़ियां यूं ही खड़ी हैं जो व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही हैं। अभिषेक, नसीब अंसारी, राजकुमार यादव, गो¨वद चौहान, ओमप्रकाश गौतम, गोपेश्वर, विपिन आदि किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि रवैया यही रहा तो आत्मदाह किया जाएगा। जिला गन्ना अधिकारी वेद प्रकाश ¨सह ने कहा कि समय से गन्ना तौल न करना लापरवाही है। मामले की जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।