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कोविड-19 की जांच करने पहुंची स्वास्थ्य टीम पर पथराव

गांव निवासी सीमा देवी (40) व उनके पुत्र मृत्युंजय भारती (18) की जांच रिपोर्ट सोमवार को पॉजिटिव आई। गांव के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की जांच का अनुरोध किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 08:31 PM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 08:31 PM (IST)
कोविड-19 की जांच करने पहुंची स्वास्थ्य टीम पर पथराव
कोविड-19 की जांच करने पहुंची स्वास्थ्य टीम पर पथराव

कुशीनगर: पटहेरवा थाना क्षेत्र के गांव पगरा पड़री में मां-बेटा के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद मंगलवार को संपर्क में आए लोगों का नमूना के लिए पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम पर गांव के कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इससे स्वास्थ्य विभाग का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया और एक स्वास्थ्य कर्मी को चोट आई। गांव में अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

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गांव निवासी सीमा देवी (40) व उनके पुत्र मृत्युंजय भारती (18) की जांच रिपोर्ट सोमवार को पॉजिटिव आई। गांव के लोगों ने स्वास्थ्य विभाग से संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की जांच का अनुरोध किया। सीएचसी तमकुही के प्रभारी डॉ. अभिषेक वर्मा के निर्देश पर डॉ. विपिन कुमार के नेतृत्व में लैब तकनीशियन विनोद शर्मा, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक विजय चौहान व चालक संदीप की टीम नमूना लेने गांव पहुंची। टीम के पहुंचते ही संक्रमितों के घर के पास इकट्ठा दो दर्जन से अधिक लोग उस पर ईंट-पत्थर चलाने लगे। जिससे स्वास्थ्यकर्मियों का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। तथा लैब तकनीशियन विनोद शर्मा (40) घायल हो गए। किसी तरह भाग कर टीम ने खुद को सुरक्षित किया और इसकी सूचना पुलिस को दी। कुछ ही देर में एसएचओ मृत्युंजय सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में ले लिया।

एसएचओ ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों की तहरीर पर उमेश भारती, जुगुल प्रसाद, योगेंद्र प्रसाद, शंभू प्रसाद, राजन भारती, राजेश प्रसाद, उपेंद्र, ओमप्रकाश, सुनील व धर्मेंद्र सहित 10 नामजद तथा 40 अज्ञात के खिलाफ गैंगस्टर सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। उमेश भारती, जुगुल प्रसाद, योगेंद्र प्रसाद, शंभू व राजन भारती को गिरफ्तार कर लिया गया है। अन्य की तलाश में दबिश दी जा रही है।

तमकुही सीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. अभिषेक वर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य टीम पर हमले की यह जनपद में पहली घटना है। इससे स्वास्थ्यकर्मी भयभीत हैं। अब कहीं भी कोरोना संक्रमित पाए जाने, संपर्क में आए लोगों की जांच या इस संबंध में कोई कार्रवाई किए जाने के पहले पुलिस व प्रशासन के सक्षम अधिकारियों की मौजूदगी व संरक्षण में ही स्वास्थ्य टीम मौके पर जाएगी। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष प्रभुनंद उपाध्याय ने घटना की निदा करते हुए आरोपितों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है। एसपी विनोद कुमार मिश्र ने कहा कि आरोपितों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है। रासुका भी लगेगा।


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